सीधी। जिले में लगातार हो रही वन्य जीव प्रणियों की मौत ने वन अमले की लापरवाही को उजागर किया है. ऐसे ही लापरवाही का नमूना शिकरा के जंगल में देखने को मिला, जहां बिजली करंट की चपेट में आने से भालू की मौत हो गई है. भालू की मौत की खबर लगते ही आनन -फानन में वन अमले ने मौके पर पहुंचकर, भालू के शव को कब्जे में ले लिया है और उसका पोस्टमार्टम करवाया है.
वन विभाग की लापरवाही एक बार फिर आई सामने, सीधी में करंट लगने से भालू की मौत - मौरा गांव
सीधी के शिकरा के जंगल में बिजली करंट की चपेट में आने से भालू की मौत हो गई है. जिसके बाद वन अमले ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
वन विभाग का जंगल राजस्व भूमि के बराबर का क्षेत्र फल है. जहां के जंगलों में कई तरह के वन्य प्राणी रहते हैं. लेकिन जंगल के आस-पास के ग्रामीण जंगली सुअर से खेतों की फसल को बचाने के लिए जंगलों में हाईटेंशन बिजली करंट फैलाते हैं. जिससे जंगली वन्य जीव फसल को नुकसान ना पहुंचा सकें. लेकिन अधिकतर उस बिजली करंट का शिकार भालू और तेंदुआ हो रहे हैं.
जिले में दो महीने के अंदर वन्य जीव की बिजली करंट लगने से ये तीसरी मौत की घटना है. दिसंबर के लास्ट में खड्डी वन परिक्षेत्र के मौरा गांव में बिजली करंट लगने से तेंदुआ की मौत हो गई थी. जिला मुख्य वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बतया की लोग अपनी फसलों को जंगली सुअर से बचाने के लिए जंगल में हाईटेंशन बिजली करंट फैलाते हैं. जिसकी चपेट में जंगली जीवों की मौत हो रही है.