सीधी। कोरोना वायरस के बाद ब्लैक फंगस ने सीधी जिले में दस्तक दे दी है. ब्लैक फंगस की बीमारी रीवा, सिंगरौली व सतना में थी. लेकिन अब इसकी दस्तक सीधी जिले में हो गई है. विगत दिनों रामपुर नैकिन जनपद के चौरगड़ी निवासी एक महिला की ब्लैक फंगस से मौत हो गई है. घटना के संबंध में मृतिका के भतीजे विवेक त्रिपाठी ने बताया कि बड़ी मां प्रभा त्रिपाठी की 5 मई से तबीयत खराब थी. जिनका कोविड टेस्ट कराया गया था, जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी.
ब्लैक फंगस का पहला मामला
त्रिपाठी ने बताया कि उनकी 17 मई को एक बार फिर तबीयत बिगड़ गई है. जहां उनको उपचार के लिए एसजीएमएच रीवा ले जाया गया. जहां डाक्टरों द्वारा उनका दो बार चेकअप किया गया. जहां दोनो बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. प्रभा त्रिपाठी की हालत गंभीर होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था.
जिले में नहीं जांच की व्यवस्था
बता दें कि जिले में अभी तक कोरोना से निपटने की तैयारियां पूरी नहीं हुई कि नई बीमारी मे जन्म ले लिया है. जिले में अभी तक ब्लैक फंगस से निपटने कोई रणनीति तैयार नहीं की गई है. ऐसे में अगर जिले में ब्लैक फंगस का कोई मामला आता है तो, इसकी जांच के लिए भी रीवा ले जाना पड़ेगा. तब इसकी पुष्टी हो सकेगी. जिले की पूरी जनसंख्या में सिर्फ एक क्षेत्र रोग विशेषज्ञ है जो जिले के लिए चिंता का विषय है.
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जिले के जनप्रतिनिधियों ने नहीं की व्यवस्था
जिले के जनप्रतिनिधियों द्वारा ब्लैक फंगस की जांच जिला मुख्यालय में हो इसके लिए कोई प्रयास नहीं किये गए हैं. इनके द्वारा अभी तक कोरोजा से निपटने इंतजाम किया जा रहा है, अगर जनप्रतिनिधि व अधिकारी इस पूरे मामले में संवेदनशील नहीं हुए तो इसका खामियाजा जिले की जनता को उठाना पड़ सकता है. फिलहाल, ब्लैक फंगस के कारण जिले में पहली मौत हुई है. जिसकी जानकारी लगते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. मामले की जानकारी लगते प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में दौरा किया. साथ ही संदिग्धों की पहचान कर उन्हें उपचार के लिए प्रेरित किया है.