शिवपुरी।मध्य प्रदेश में अभी तक 28 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव की आधिकारिक घोषणा भी नहीं हुई है, लेकिन उससे पहले ही ग्रामीणों द्वारा मतदान के बहिष्कार की खबरें आना शुरू हो गई है. मामला शिवपुरी जिले की पोहरी विधानसभा क्षेत्र का हैं. जहां पूर्व विधायक विधायक सुरेश रांठखेड़ा के इस्तीफा देने के चलते उपचुनाव होना है. इसी विधानसभा क्षेत्र में आने वाले बूढ़दा गांव के लोगों ने एसडीएम जेपी गुप्ता को ज्ञापन सौंपकर उपचुनाव में मतदान के बहिष्कार का फैसला लिया है.
शिवपुरीः बूढ़दा गांव के लोगों ने पोहरी विधानसभा उपचुनाव के बहिष्कार की दी धमकी
शिवपुरी जिले के बूढ़दा गांव के लोगों ने उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं होने के चलते आने वाले उपचुनाव में मतदान के बहिष्कार का फैसला लिया है.
ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया कि बूढ़दा गांव में पार्वती नदी पर साल 2012 में अपर ककैटो डेम का निर्माण किया गया था. उस समय सर्वे में पूरे गांव को डूब क्षेत्र में मानते हुए विस्थापन और मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन बाद में केवल 56 लोगों को ही विस्थापित कर मुआवजा दिया गया. जबकि 560 ग्रामीणों को ना तो गांव से विस्थापित किया गया और ना ही मुआवजा दिया गया. ऐसी स्थिति में मजबूरी में ग्रामीणों को गांव में ही रहना पड़ रहा है. बरसात के दौरान जब डेम भर जाता है, तब गांव में चारों तरफ से पानी भर जाता है. डूब क्षेत्र में आने के चलते मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है. यहां तक की ग्रामीणों को पीने का पानी लेने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है.
बहरहाल जब ग्रामीणों द्वारा अपनी मांगों के संबंध में आंदोलन किया गया, तो कलेक्टर ने एक कमेटी का गठन किया. इस कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट में उक्त गांव को डूब क्षेत्र में माना. कलेक्टर द्वारा रिपोर्ट बनाकर राज्य सरकार को भी भेजा गया, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इसी के मद्देनजर ग्राम वासियों ने पोहरी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में मतदान के बहिष्कार का फैसला किया है.