शिवपुरी। मध्य प्रदेश में युवा एक अदद सरकारी नौकरी की तलाश में हैं. बेरोजगारी का आलम (Unemployment in MP) ये है कि चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए शिवपुरी में बेरोजगार युवाओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. यहां जिला न्यायालय में चपरासी, स्वीपर और ड्राइवर के 20 पदों के लिए 6 हजार (6 thousand youth applied for 20 posts) युवाओं ने आवेदन दिया है. गौर करने वाली बात ये है कि सरकारी नौकरी पाने के खातिर उच्च शिक्षित बेरोजगार युवा भी लाइन में खड़े हैं.
MP में कोरोना के लेकर लग सकती हैं पाबंदियां, आज क्राइसिस कमेटियों को संबोधित करेंगे सीएम शिवराज
एक पद के लिए 300 आवेदन
शिवपुरी जिला न्यायालय में स्वीपर, वाहन चालक व चपरासी के कुल 20 पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. यहां एक पद के लिए 300 अभ्यर्थियों ने अपनी दावेदारी जताई है. 20 पदों की इस भर्ती के लिए करीब 6 हज़ार बेरोजगार लाइन में लगे हैं. इनमें से कई युवा ऐसे हैं, जिनके लिए ये उनका ड्रीम जॉब नहीं लेकिन नौकरी नहीं मिल रही इसलिए चपरासी की नौकरी ही सही. बेरोजगार रहने से अच्छा युवा इस नौकरी को पाना चाहते हैं.
एमपी में बेरोजगारी का आलम 8वीं पास वाली जॉब के लिए एमबीए-एमए पास ने किया अप्लाई
इस नौकरी की पात्रता 8 वीं पास है, लेकिन इंटर,स्टेनो,आईटीआई, पीजीडीसीए, बीए,बीएससी और स्नातकोत्तर भी लगे हैं. इंटरव्यू की लाइन में खड़ा कोई युवा एमबीए पास है तो कोई एमए. अब चूंकि भर्तियां कम हैं,इसलिए अभ्यर्थियों को भी उम्मीद नहीं है कि नौकरी मिल जाएगी. इन पदों के लिए महिलाएं भी बड़ी संख्या में इंटरव्यू देने के लिए पहुंची. कतारबद्ध हजारों युवकों में से कुछ ऐसे भी थे जो देश सेवा करना चाहते हैं और उनका उद्देश्य आर्मी जॉइन करना है, लेकिन बेरोजगारी के भय के चलते वह स्वीपर और चपरासी तक बनने को तैयार हैं. उनका कहना है कि पहले हाथ में जॉब आ जाएगी तो वह अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रयास बड़ी आसानी से कर सकेंगे.