शिवपुरी के छात्र की ब्राजील में मौत, छुट्टियों के कारण डेडबॉडी आने में लग सकते हैं 3 से 4 दिन - Shivpuri student dies in Brazil
शिवपुरी जिले से अमेरिका पढ़ने गए 23 साल के छात्र की टूर के दौरान ब्राजील में शुक्रवार को मौत हो गई. उसका शव भारत आने में समय लग सकता है. पीड़ित पिता ने केंद्र सरकार से बेटे की डेडबॉडी जल्द मंगवाने की गुहार लगाई है. Shivpuri student dies in Canada
शिवपुरी।जिले के कोलारस तहसील के नेतवास गांव का रहने 23 साल का छात्र नवजोत सिंह अमेरिका के कैलिफोर्निया में BBA की पढ़ाई करने गया था. जहां वह यूनिवर्सिटी के टूर पर ब्राजील गया था. इसी दौरान उसकी तबियत बिगड़ने से शुक्रवार को मौत हो गई. छात्र की मौत को सोमवार को तीसरा दिन है लेकिन शव को भारत आने में तीन से चार दिन का समय और लग सकता है. इसकी वजह शनिवार, रविवार और सोमवार को इंडियन इंवेंसी की छुट्टियों को माना जा रहा है.
परिजनों को शव का इंतजार :छात्र के पिता शेर सिंह का कहना है कि उनके द्वारा सभी प्रकार की फॉर्मेलिटी को पूरा कर लिया गया है. ऐसे में अगर विदेश मंत्रालय और भारत सरकार उनकी मदद करें तो बेटे का शव जल्द वापस आ सकता है. बता दें कि नवजोत सिंह को अचानक बुखार आ गया. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती किया. लेकिन डॉक्टरों के अथक प्रयास के बाद भी उसकी मौत हो गई. ये खबर मिलते ही पूरी शिवपुरी में शोक की लहर फैल गई. Shivpuri student dies in Canada
अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर कुएं में गिरा :शिवपुरी जिले के करैरा थाना अंतर्गत ग्राम लंगूरी में शाम को ढलान पर खड़ा ट्रैक्टर-ट्रॉली अचानक से खिसकने गला. उस समय ट्रैक्टर पर दो जुड़वां मासूम भाई-बहन बैठे थे. वाहन को खिसकता देखकर परिजनों ने बेटी को तो उतार लिया, लेकिन बेटा वाहन के साथ ही कुछ दूर आगे बने एक सूखे कुएं में जा गिरा. हालांकि वाहन के साथ कुएं में गिरा बालक पूरी तरह से बच गया और उसे खरोंच तक नहीं आई. परिजनों ने उसे बाहर निकाल लिया, जबकि ट्रैक्टर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
बच्चे को कुएं से निकाला :लंगूरी के सरपंच बलराम पाल ने बताया कि नवाब जाटव का ट्रैक्टर-ट्रॉली उसके घर के पास ही ढलान पर खड़ा था. वाहन पर नबाब के जुड़वां बच्चे अंशुल (3) व सुहानी (3) बैठे थे. अचानक से ट्रैक्टर ढलान पर खिसकने लगा. आनन-फानन में परिजनों ने सुहानी को तो ट्रैक्टर से उतार लिया, लेकिन अंशुल वाहन के साथ ही कुछ दूर आगे एक 30 फीट गहरे कुएं में जा गिरा. कुआं सूखा था, वाहन गिरते ही चारों तरफ धूल का गुबार उठ गया. इसके बाद परिजनों ने देखा तो कुएं के अंदर से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी. परिजनो ने तुरंत रस्सी के सहारे कुएं के अंदर जाकर बच्चे को देखा तो अंशुल पूरी तरह से सुरक्षित था.