शिवपुरी। मेडिकल कालेज में बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी विधायक और डॉक्टर हरिओम धाकड़ के बीच हुुआ विवाद अब लगातार गहराता चला जा रहा है, एक ओर जहां जूनियर डाक्टर्स मेडिकल कालेज परिसर में तंबू गाढ़ कर आंदोलन पर बैठे हैं. वहीं दूसरी ओर पीड़ित डॉक्टर हरिओम धाकड़ ने शनिवार को एक ऑडियो मीडिया को उपलब्ध करवाया है. ऑडियो में कथित तौर पर विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के बेटा सूरज, डॉ हरिओम धाकड़ के मामा लक्ष्मी नारायण धाकड़ निवासी बेरखेड़ी से फोन पर बात कर रहे हैं. डॉ हरिओम धाकड़ का आराेप है कि विधायक के बेटे ने उनकी विधानसभा में रहने वाले मेरे मामा को फोन करके मुझे पिटवाने और निलंबित करवाने की धमकी दी है. वहीं डाक्टरों का कहना है कि वे उस समय तक अपना विरोध जारी रखेंगे, जब तक कि मामले में एफआईआर नहीं हो जाती.(Shivpuri Protest Started Against MP BJP MLA)(MP BJP MLA Virendra Raghuvanshi)
कोलारस से टिकट आकांक्षी कर रहे हैं राजनीति:विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने इस पूरे मामले पर यह कहा कि अब इस मामले को टिकिट के आकांक्षी मेरे प्रतिद्वंदियों ने राजनीतिक बना दिया है. यह सब कुछ वहीं करवा रहे हैं और उन्होंने डाक्टर के पिता के साथ बैठ-बैठ कर मीटिंग की हैं. विधायक वीरेंद्र रघुवंशी का कहना है कि, "जो ऑडियो वायरल हुआ है, वह दो से तीन दिन पुराना है और उस ऑडियो में जो कुछ बोला गया है वह क्रिया की प्रतिक्रिया है. मैं अब किस-किस का मुंह बंद करवा सकता हूं. सच्चाई तो यह है कि बेइज्जती तो उस डाक्टर ने मेरी की है और यह सब करने में लगा हुआ है." विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के अनुसार वह यह सब कुछ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बता चुके हैं. उनके अनुसार वह शीर्ष नेतृत्व को इस डर्टी पालीटिक्स के बारे में सब कुछ बता चुके हैं, डाक्टरों ने इस घटना के विरोध में शनिवार की देर रात केंडल मार्च भी निकाला.(Virendra Raghuvanshi son suraj Raghuvanshi)
इमरजेंसी सेवा चालू, ओपीडी व वार्ड ड्यूटी बंद:मेडीकल कालेज में जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई है, कालेज में सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं, ओपीडी व वार्ड ड्यूटी पूरी तरह बंद है, ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि डाक्टरों का कहना है कि हम मरीजों के हित को ध्यान में रख कर इमरजेंसी सेवाएं दे रहे हैं. उनके अनुसार यह विरोध प्रदर्शन उस समय तक चालू रहेगा जब तक कि एफआईआर नहीं हो जाती. हालाकि डॉक्टर हरिओम का यह पहला मामला है, जिसमें जांच के बाद एफआईआर होगी, जबकि पहले एफआईआर होती है और फिर जांच.(Shivpuri Suraj Raghuvanshi audio Viral)