शिवपुरी।एक परिवार में बेशर्मी की हद तब पार हो गई जब घर की विवाहिता के कपड़े उतार कर उसके पति, देवर सहित सास ने मासूम बच्चों के सामने उसे खूब पीटा, बच्चे अपनी मां को छोड़ देने की मिन्नतें करते रहे, परंतु निर्दयी लोगों को बच्चों पर भी दया नहीं आई और इसके बावजूद वह विवाहिता को पीटते रहे.
सपनों का बनाना चाहती थी घर महिला: कोलारस थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव की रहने वाली एक विवाहिता का दोष सिर्फ इतना था कि वह अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाना-लिखाना चाहती थी. इसी के लिए उसने अपने मायके वालों से मदद लेते हुए बदरवास में एक प्लाट का सौदा डेढ़ वर्ष पहले किस्तों में कर लिया था. प्लॉट के शुरुआती पैसे महिला के मायके वालों ने दिए थे, इसके बाद भी प्लॉट की किस्त पटाने में सहयोग करने की बात कही थी. प्लॉट की किस्त पटाने और अपने बच्चों को अच्छे स्कूल में पढ़ाने के संकल्प के साथ महिला मजदूरी करने जाने लगी. महिला ने बताया कि प्लॉट की एक-दो किस्त ही बची थीं, जिसके बाद एक-दो महीने में ही उसकी रजिस्ट्री होनी थी.
ससुराली चाहते थे सपने को तोड़ना: महिला ने बताया कि प्लॉट की रजिस्ट्री उसका पति अपने नाम कराना चाहता था. महिला को इस बात की भनक लग चुकी थी कि उसका पति उस प्लॉट को बेचना चाहता है, महिला का कहना है उसका पति अगर प्लॉट बेच देता, तो उसका बच्चों को पढ़ाने का सपना कभी पूरा नहीं होता. इसी लिए वह प्लॉट की रजिस्ट्री पति के नाम नहीं कराना चाहती थी.