शिवपुरी/ग्वालियर।जिले के नरवर थाना क्षेत्र के चकरामपुर गांव में 17 नवंबर को मतदान के बाद 2 गुटों में पुरानी रंजिश को लेकर खूनी संघर्ष हो गया. पथराव, आगजनी और गोलीकांड में दोनों गुटों के दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए. घायलों को इलाज के लिए पहले नरवर फिर ग्वालियर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार को ग्वालियर में एक महिला और 2 युवकों की मौत हो गई. वहीं हिंसा के बाद गांव में तनाव का माहौल है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है. एसपी रघुवंश सिंह भदोरिया भारी पुलिस बल के साथ गांव में मौजूद हैं.
पुरानी रंजिश को लेकर भिड़े :योगेंद्र उर्फ गोला पुत्र मुन्ना भदौरिया का गांव के ही दिनेश कुशवाह से 2 माह पहले विवाद हो गया था. तभी से दोनों परिवारों में रंजिश चली आ रही थी. 17 नवंबर को वोटिंग के बाद रात में दोनों परिवारों के युवकों में पुरानी रंजिश को लेकर विवाद हो गया. इसके कुछ देर बाद ही दोनों गुटों के लोग आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद दोनों गुटों ने लाठी-डंडों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया. वहीं इस दौरान हुई गोलीबारी में कुशवाह समाज के एक युवक को गोली लग गई. इस खूनी संघर्ष के दौरान हुई आगजनी में एक बोलेरो कार भी जलकर राख हो गई.
महिला समेत 3 लोगों की मौत :खूनी संघर्ष में मुन्ना भदौरिया की पत्नी आशा देवी उम्र 55 वर्ष, भाई लक्ष्मण और हिमांशु सेंगर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके अतिरिक्त मुन्ना भदौरिया के दो बेटे राजेंद्र भदौरिया और भोला भदौरिया घायल हुए थे. सभी घायलों को पहले नरवर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां से सभी घायलों को ग्वालियर रेफर कर दिया गया था. इस झगडे में मुन्ना भदौरिया की पत्नी आशादेवी और आशादेवी के भतीजे हिमांशु सेंगर और लक्ष्मण भदौरिया की ग्वालियर में मौत हो चुकी है. कुशवाह परिवार के सदस्यों का उपचार भी ग्वालियर के अस्पताल में जारी है. करैरा एसडीओपी शिवनारायण मुकाती ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों पर बलवा सहित हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था. एक पक्ष के तीन लोगों की मौत के बाद पुलिस ने अब हत्या की धारा बढ़ाकर मामले की जांच शुरू कर दी है.