शिवपुरी।जिले में गुरुवार को दूसरे दिन जन आशीर्वाद यात्रा कोलारस विधानसभा के कोलारस क्षेत्र में पहुंची. इस यात्रा का शुभारंभ गुना बाईपास से शुरू हुआ. जो एक रोड शो के रूप में मानीपुरा जगतपुर बस स्टैंड तक पहुंचा, जहां आम सभा को संबोधित किया गया. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का जगह-जगह बुलडोजर से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. आमसभा को सम्बोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''हमने काम किया है इसलिए हम जनता के बीच इस यात्रा के माध्यम से जा रहे हैं, हमारा काम दिखता है.''
कमलनाथ सरकार ने नहीं निभाया था वादा: कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से पहले कांग्रेस की सरकार ने किसानों के बारे में नहीं सोचा. आज भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और प्रदेश में मध्य प्रदेश की सरकार किसानों की खाते में 12 हजार रुपए डाल रही है. 2018 में कांग्रेस किसानों के कर्ज माफ करने के नाम पर सत्ता में आई थी लेकिन जब कांग्रेस के द्वारा कर्ज माफ नहीं किया गया तो उन्हीं के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सड़क पर उतर कर उनकी सरकार गिरा दी थी.''
दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घेरा:कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को घेरते हुए दो जासूस पिक्चर का उदाहरण देते हुए कहा कि ''जासूस पिक्चर का एक गाना था, ''दो जासूस करे महसूर, ये दुनिया बड़ी खराब है'' ये दोनों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह उन्हीं कि तरह है. पिछले चुनावों में दोनों ने बेरोजगारों को रोजगार भत्ता और किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी थी लेकिन ना ही किसानों का कर्ज माफ हुआ और ना ही बेरोजगारों को रोजगार भत्ता मिला.''
PM मोदी समझते हैं गरीबों का दर्द: राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब परिवार से थे, उन्होंने चाय तक बेची है. इसके चलते वह गरीबों के दर्द को समझ सकते हैं और आज गरीबों का हित हो सके इस दिशा में वह देश को आगे बढ़ा रहे हैं.'' कैलाश विजयवर्गीय ने एक कहावत कहते हुए दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि "जाके पैर न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई.'' जो गरीब है वही गरीब का दर्द समझ सकता है. दिग्विजय सिंह राजा है वह क्या गरीब का दर्द समझेंगे, कमलनाथ एक बड़े उद्योगपति हैं वह भी गरीब का दर्द नहीं समझ सकते हैं. भाजपा सरकार गरीबों के कल्याण के लिए कई हितकारी योजनाएं उनके दर्द को समझते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में चला रखी है.''