शिवपुरी।जिले में उत्तर प्रदेश की एक कंपनी ने कोलारस क्षेत्र के एक सैंकड़ा से अधिक किसानों से अनुबंध के आधार पर खेती करवाई. जब फसल तैयार हो गई तो न कंपनी के जिम्मेदार खरीदने के लिए किसान के पास पहुंचे और न ही वह एजेंट जिन्होंने किसानों से संपर्क कर किसानों से अनुबंध के आधार पर यह खेती करवाई थी. किसानों ने 2 माह बाद एजेंट और कंपनी के कर्ताधर्ता को शिवपुरी से पकड़ लिया. इसके बाद वह उन्हें एसडीएम कार्यालय ले गए लेकन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ये है मामला:जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की मुकेश कुमार ने ओम साईं नाम से एक एग्री कंपनी बनाई. इस कंपनी के माध्यम से वह किसानों से अनुबंध के आधार पर खेती करवाते हैं. इसी क्रम में उन्हाेंने अक्टूबर माह में क्षेत्रीय किसानों को एजेंट बनाकर एक सैंकड़ा से अधिक किसानों से संपर्क किया और उन्हें एक-एक क्विंटल मटर का बीज बिना कोई दाम लिए वितरित किया. कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने किसानों के साथ हुए मौखिक अनुबंध के अनुसार यह तय किया कि उन्हें कंपनी द्वारा आज दिए गए बीज का दोगुना बीज फसल आने के उपरांत कंपनी को वापिस करना होगा. इसके अलावा जितनी भी फसल उनके खेत में निकलेगी. वह उस फसल को 5 हजार रुपये क्विंटल के भाव से खरीदेंगे. फिर चाहे बाजार में मटर का कोई भी भाव चल रहा हो.
एसडीएम आफिस में बनाया बंधक:मटर की फसल फरवरी में पक कर तैयार हो गई. इसके बाद किसानों ने कंपनी के लोगों को तलाशना शुरू कर दिया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. उनका फोन भी स्विच आफ हो गया. इस पर किसानों ने अनंतपुर निवासी टीटू रघुवंशी नामक उस एजेंट से संपर्क किया जिसने उन्हें यह बीज दिलवाया था. टीटू ने कपराना निवासी सचिन नाम के एजेंट से ग्रामीणों का संपर्क करवाया और गुरूवार को किसान सचिन सहित जालौन निवासी कंपनी के कर्ताधर्ता मुकेश कुमार को शिवपुरी में देवेंद्र जैन के गोदाम पर से पकड़कर कोलारस एसडीएम कार्यालय ले गए. यहां से उन्होंने एसडीएम को फोन लगाकर मामले में कार्रवाई की मांग की. हालांकि वह एसडीएम आफिस में लंबे समय तक बैठे रहे, लेकिन वहां कोई जिम्मेदार नहीं पहुंचा.