शिवपुरी।शासन ने सुदूर गांवों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए न सिर्फ अस्पताल खोले बल्कि वहां पर्याप्त सुविधाओं के साथ ट्रेंड मेडिकल स्टाफ भी पदस्थ किया है. इसके बाबजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों की लापरवाही का परिणाम यह है कि मरीजों को इन अस्पतालों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया नहीं हो पा रही हैं. इसी का परिणाम है कि रविवार को कोलारस के खरई में जब प्रसूता प्रसव के लिए पहुंची तो अस्पताल में ताले लटके मिले. वह करीब दो घंटे तक वहां स्टाफ का इंतजार करती रही.
एंबुलेंस वाला भी करता रहा इंतजार :ग्राम डेहरवारा निवासी महिला रविवार की दोपहर प्रसव पीड़ा हुई तो वह 108 एम्बूलेंस के माध्यम से खरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव के लिए पहुंची. जब प्रसूता और उसके परिजन अस्पताल में पहुंचे तो अस्पताल में कोई स्टाफ मौजूद नहीं मिला. प्रसूता शाम 4 बजे अस्पताल पहुंच गई थी, परंतु शाम करीब छह बजे तक उसे अस्पताल में अटेंड नहीं किया गया. एंबुलेंस का स्टाफ भी दो घंटे तक इंतजार करता रहा. इसी अस्पताल में ग्राम पाली की एक अन्य प्रसूता भी प्रसव के लिए पहुंची थी, उसे भी अस्पताल पहुंचने के दो घंटे बाद तक न तो किसी चिकित्सकीय स्टाफ ने देखा और न ही उसे भर्ती किया गया.