शिवपुरी। एक दिवसीय प्रवास पर शिवपुरी पहुंचे प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास रंग ने कहा कि डब्लूएचओ की रिपोर्ट गलत है. यह अंतराष्ट्रीय साजिश है, इसका हम विरोध करते हैं. उन्होनें राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पूरा देश डब्लूएचओ की रिपोर्ट का खंडन कर रहा है और राहुल गांधी समर्थन. मंत्री विश्वास सारंग ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया.
मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं पर हो रहा काम: मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि, जल्द ही मेडिकल कॉलेज में ट्रॉमा सेंटर की सुविधा शुरू कर दी जाएगी. साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी तैनाती की जाएगी. इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने वाले मरीजों को भोजन भी प्राप्त हो सके, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है. एक सवाल के जवाब में मंत्री सारंग ने डब्ल्यूएचओ द्वारा देश का जो मृत्यु आंकड़ा दिया है, उसको गलत बताया और इसे एक अंतरराष्ट्रीय साजिश करार दिया.
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कांग्रेस नेता का बड़ा बयान: कमलनाथ ने कहा, "मैंने मध्यप्रदेश को लेकर भी कहा था कि यहां भी शिवराज सरकार के कुप्रबंधन के कारण मार्च और अप्रैल के महीने में श्मशान और कब्रिस्तानों में 1,27503 लोगों के अंतिम संस्कार हुये, इसमें से अगर 80 फीसदी भी कोरोना से मौतें हुईं हैं तो वो तादाद एक लाख दो हजार होती है. सरकार ने मुझे झूठा बताकर मेरे खिलाफ शिकायतें दर्ज करवा दी. जबकि हमने लोगों को इलाज, बेड, आक्सीजन ,जीवन रक्षक दवाइयों व इजेक्शन के अभाव में तड़प-तड़प कर दम तोड़ते हुए देखा है."
WHO की रिपोर्ट आधार: बात को सच बताते हुए कमल नाथ ने कहा, अब तो WHO भी कह रहा है कि भारत में कोविड से सबसे ज्यादा मौतें हुई है और सरकारी आंकड़े से 10 गुना ज्यादा मौतें हुई है और मौतों का आंकड़ा 47 लाख से भी ज्यादा है. इसी से समझा जा सकता है कि भाजपा सरकार किस प्रकार झूठ परोसती रही, झूठे आंकड़े परोसती रही. कमल नाथ ने सरकार द्वारा घोषित किसी भी योजना का पीड़ितों को लाभ नहीं मिलने का दावा करते हुए कहा कि, अब सच्चाई सामने है। जिन लोगों ने अपनो को खोया है वो भाजपा सरकार को कभी माफ नही करेंगे.
कमलनाथ ने कहा था, श्मशान की लाशें गिन रहा हूं: पिछले साल कमलनाथ ने दावा किया था कि कोरोना से प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा मौत हुईं. इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया था कि सबूत मिला तो वो इस्तीफा दे देंगे. कमलनाथ ने भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्रदेश सरकार सिर्फ स्टंट की राजनीति समझती है. वह लोगों की मदद करने की जगह सिर्फ उन्हे गाली देने में ज्यादा समय लगाते हैं.
कमलनाथ ने क्या कहा था? "मैंने जो आंकड़े निकाले हैं उसके अनुसार प्रदेश में मार्च और अप्रैल महीने में 1 लाख 27 हजार 503 मौते हुई, इसका 80 प्रतिशत, मतलब 1 लाख 2 हजार 2 मौते कोरोना के कारण हुई. सरकार ने ये सब आंकड़े दबा दिए हैं. इसलिए कोरोना ने इतना विकराल रुप लिया है. मैं इसमें कोरोना से मौत नहीं गिन रहा. श्मशान में जो लाशें पहुंची हैं उसका आंकड़ा बता रहा हूं. इस आंकड़े के अनुसार लगभग रोजाना 51 हजार लाशें श्मशान पहुंची हैं. इसमें से 80 प्रतिशत मौते कोरोना से हुई हैं. सरकार को श्मशान के आंकड़े देखना चाहिए.
आंकड़ों का प्रमाण दो, इस्तीफा दे दूंगा- नरोत्तम मिश्रा: गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब में कहा था, "एक संवैधानिक पद पर बैठ कर कमलनाथ प्रदेश में भ्रम फैला रहे हैं. कमलनाथ ने बिना प्रमाण के एक झूठ बोला कि प्रदेश में एक से 1.5 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई है. कमलनाथ लगातार झूठ पर झूठ बोल रहे हैं. यह चिंता की बात है और निंदा की बात भी. कमलनाथ को इसका प्रमाण देना चाहिए. लाशें गिनवाना चाहिए, मैं जानता हूं कि 1984 के सिख दंगों के बाद इनको लाशें गिनने की आदत हो गई है. कमलनाथ यदि ये लाशें गिनवा रहे हैं, तो उन्हें प्रमाण देना चाहिए कि ये मौतें कोरोना से हुई हैं. मैं प्रदेश के गवर्नर से मांग करता हूं कि कमलनाथ के खिलाफ 188 के तहत मामला दर्ज करना चाहिए. इनके खिलाफ राष्ट्रदोह का मामला दर्ज होना चाहिए. अगर कमलनाथ प्रमाण देते हैं, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा."