शिवपुरी।कोलारस थाना क्षेत्र के लुकवासा में रवि-सोमवार की दरम्यानी रात एक मृतक के शव को घटना स्थल से पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचाने के लिए पुलिस को शव चारपाई पर रखना पड़ा और लाठी व टॉर्च के सहारे सफर तय करना पड़ा, ये तस्वीरें यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि लुकवासा पंचायत में किस स्तर तक विकास कार्यों को दरकिनार किया जा रहा है.
लाठी और टॉर्च एक किलोमीटर का सफर पुलिस ने रास्ते में छोड़ा वाहन, हाथ में लिए जूते
लिलवारा के रहने वाले 45 वर्षीय रामकृष्ण प्रजापति रविवार को घर से निकले तो, लौटकर वापस घर नहीं पहुंचे, परिजनों ने जब उनकी तलाश की तो देर रात उनके कपड़े लिलवारा के पास स्थित सिद्धपुरा के तालाब के पास रखे मिले, परिजनों ने जब तालाब में उतरकर देखा तो, रामकृष्ण का शव तालाब में मिला, जिसे परिजनों ने बाहर निकाल लिया. रात करीब 11 बजे परिजनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी तो, पुलिस अपने वाहन से घटना स्थल की तरफ रवाना हुई.
चारपाई पर लादकर लाया गया शव
रास्ता खराब होने के कारण पुलिस को अपना वाहन रास्ते में ही छोड़ना पड़ा और अपने जूते-मौजे तक उतार कर हाथ में लेने पड़े, तब कहीं जाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, लाश बरामद कर शव को चारपाही पर रख कर ग्रामीणों और परिजनों की सहायता से कंधों पर करीब एक किमी से अधिक चलना पड़ा, यह सफर लाठी और टॉर्च की सहायता से तय करना पड़ा.
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स्थानीय लोगों की बात मानें तो पंचायत द्वारा उक्त रास्ते को दुरूस्त कराने के नाम पर दस्तावेजों में खर्च भी किया गया है, लेकिन धरातल पर आज तक रास्ते के हालात नहीं सुधरे हैं, इसी रास्ते से सैंकड़ों ग्रामीण लुकवासा से लिलवारा तक का सफर तय करते हैं.
लुकवासा चौकी प्रभारी विजय खत्री के मुताबिक:लिलवारा के रहने वाले एक ग्रामीण की लाश तालाब में मिलने की जानकारी उनके परिजनों ने देर रात हमें दी थी, बॉडी परिजन ही तालाब से बाहर निकाल चुके थे, हमने मर्ग कायम कर लिया है, प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा है कि मृतक नहाने के उद्देश्य से तालाब में उतरा होगा. लाश चारपाही पर इसलिए लानी पड़ी, क्योंकि घटना स्थल तक एम्बूलेंस का पहुंचना नामुमकिन था, पुलिस को भी अपना वाहन रास्ते में ही छोड़ना पड़ा, क्योंकि पूरे रास्ते पर बड़े-बड़े गड्ढे थे और पानी भरा हुआ था.