शिवपुरी।महिला, स्त्री, नारी या फिर औरत, शब्द या रिश्ता कुछ भी हो महिलाएं हर जगह सम्मान की हकदार हैं. आधी आबादी के रुप में महिलाएं हमारे समाज और जीवन का एक मजबूत आधार हैं. महिलाओं के बिना इस दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती. इसके बावजूद भी महिलाओं को अपने सम्मान और अधिकार के लिए संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन दमोह जिले की पथरिया तहसील की कहानी कुछ और ही है. यहां पर लोकतांत्रिक तरीके से चुने जाने वाले जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक सेवाओं में महिलाओं की अहम भूमिका है.
कई पदों पर मान बढ़ा रही हैं महिलाएं
महिला दिवस के मौके पर हम दमोह जिले की एक ऐसी विधानसभा क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पद का मान महिलाएं बढ़ा रही हैं. चाहे वह नगर अध्यक्ष का पद हो, जनपद अध्यक्ष का पद हो या फिर विधायक का. इन सभी जगह महिलाओं का ही नेतृत्व है. इसके अलावा पथरिया की एसडीएम और नायब तहसीलदार भी महिलाएं ही हैं, जो महिलाओं की सहभागिता और पुरुषों के समक्ष सम्मान रुप से कदम से कदम मिलाकर समाज के लिए बेहतर उदाहरण हैं.
बेबाक और तीखी जुबान है रामबाई की पहचान
मध्य प्रदेश की राजनीति में तेजी से उभर रहीं बीएसपी विधायक रामबाई सिंह परिहार अपनी बेबाकी और तीखी भाषा के लिए जानी जाती हैं. इनके काम करने का अंदाज इतना अलग है कि यह जिस सरकारी दफ्तर में जाती हैं उस दफ्तर के कर्मचारियों सहित अधिकारियों के हाथ-पैर फूलने लगते हैं. इतना ही नहीं किसी गरीब या पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ अन्याय होता देखती हैं तो वह उनकी पीड़ा को अपनी पीड़ा समझकर उसकी मदद करने पहुंच जाती हैं. बता दें कि रामबाई सिंह परिहार ने 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक रहे लखन पटेल को करीब 700 वोटों से हराया था. निजी कारणों की वजह से रामबाई अपनी स्कूली शिक्षा पूरी नहीं कर सकी थी. हाल ही में उन्होंने हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की है.