शिवपुरी।जिला अस्पताल में सोमवार रात 20 साल के युवक की मौत हो गई है. युवक को जहरखुरानी के मामले में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल चौकी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है. पोहरी विधानसभा क्षेत्र के बैराड़ का रहने वाला 20 वर्षीय रितिक सेन अपनी प्रेमिका से मिलने शिवपुरी आया हुआ था. रितिक सेन के चाचा रिंकू सेन ने बताया रितिक का दो साल से एक लड़की से अफेयर चल रहा था. इस दौरान दोनों के बीच मिलना जुलना काफी लंबे से चल रहा था और इसकी जानकारी सबको हो गई थी. हालांकि किसी को भी इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं थी.
प्रेमिका का फोन आया था :रितिक के पास दो दिन पहले उसकी प्रेमिका का फोन आया था. रितिक को उसकी प्रेमिका ने शिवपुरी मिलने बुलाया था. इसके बाद रितिक शिवपुरी की ओर निकल आया था. रिंकू सेन ने बताया कि दो दिन पहले दोपहर करीब तीन बजे रितिक के मोबाइल से किसी अनजान व्यक्ति ने बताया था कि एक लड़का बेहोशी की हालत में फतेहपुर क्षेत्र में पड़ा हुआ है. मैंने उन्हें रितिक को अस्पताल तक पहुंचाने का आग्रह किया था. इसके बाद उस अनजान व्यक्ति ने मानवता का परिचय देते हुए रितिक को अस्पताल पहुंचा दिया था.
युवक की मौत के बाद हंगामा मृतक के चाचा ने ये कहा :रिंकू सेन का आरोप है कि रितिक ने बताया था कि लड़की का भाई उसे कल दोपहर रास्ते मे मिल गया था. वह उसे फतेहपुर क्षेत्र में ले गया, जहां उसने मुझे शराब पिलाई और खुद भी पी. शराब पीने के बाद मेरी तबियत बिगड़ने लगी. तभी वह मुझे तड़पता छोड़कर मौके से चला गया था. इसके बाद वह बेहोश हो गया. फिर क्या हुआ, उसे इस बात का कुछ भी पता नहीं है. उसकी आंखें अस्पताल में खुली. रिंकू सेन ने बताया कि साढ़े चार बजे के लगभग हम लोग बैराड़ से शिवपुरी आ गए थे. रितिक की तबियत बिगड़ती जा रही थी.
जबलपुर में युवक की मौत के बाद हंगामा, परिजनों ने हत्या की आशंका जतायी, लाश सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया
युवक की मौत के बाद हंगामा :रात करीब आठ बजे रितिक के पेट में जलन बढ़ने लगी. ड्यूटी डॉक्टर से कई बार रितिक को पुनः देखने की बात कही थी. लेकिन डॉक्टर ने रितिक को नहीं देखा. डॉक्टर यही कहते रहे कि इस केस में जलन होना आम बात है. रितिक ठीक है. लेकिन रात्रि 10 बजे रितिक ने दम तोड़ दिया. इसके बाद रितिक की मौत के बाद परिजन भड़क गए. परिजनों ने ड्यूटी डॉक्टर पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. हंगामे को देखकर मौके पर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा. तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ.