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2021 की घटनाएं: पढ़िए एमपी की मर्दानी की कहानियां, जो जान बचाने के लिए मौत से टकरा गईं - पढ़िए एमपी की मर्दानी की कहानी

अपने जिगर के टुकड़े को बचाने के लिए एक मां खुद भी मौत से टकरा गई और पांच साल के बेटे को मौत के मुंह (Mother fights with jackal to save son life) से सुरक्षित खींच लाई. अब मां-बेटा दोनों सुरक्षित हैं. घर के बाहर खेल रहे बेटे पर सियार ने हमला कर दिया था, तभी बेटे को बचाने के लिए मां सियार से भिड़ गई.

Mother fights with jackal to save son life
बेटे की जान बचाने सियार से भिड़ गई मां

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Published : Dec 23, 2021, 8:08 AM IST

Updated : Dec 23, 2021, 11:46 AM IST

शिवपुरी। ठकुरपुरा में एक पांच साल के बच्चे पर सियार ने जानलेवा हमला कर दिया. सियार बच्चे को निवाला बनाता, उससे पहले मां की नजर अपने कलेजे के टुकड़े पर पड़ गई, फिर मां अपने बच्चे को बचाने के लिए सियार से भिड़ (Mother fights with jackal to save son life) गई और मौत के मुंह से अपने जिगर के टुकड़े को सुरक्षित खींच लाई. सियार ने बच्चे पर जैसे ही हमला किया तो मां की नजर उस पर पड़ गई और महिला सियार पर पत्थर से हमला करने लगी. जिसके बाद बच्चे को छोड़कर सियार वापस जंगल की ओर भाग गया.

बेटे की जान बचाने सियार से भिड़ गई मां

ठकुरपुरा क्षेत्र माधव नेशनल पार्क से सटा है, जंगल से निकलकर अक्सर जानवर शहरी क्षेत्र में आ जाते हैं. दोपहर के वक्त ठकुरपुरा में आदित्य घर के बाहर खेल रहा था, उसी समय जंगल से एक सियार पहुंच गया और पांच वर्षीय आदित्य पर हमला (Mother fights with jackal to save son life in Thakurpura of Madhav Park area) बोल दिया. सियार के बच्चे पर हमला करते उसकी मां ने देख लिया और वह सियार से बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान पर खेल गई. बच्चे को छुड़ाने के बाद परिजन उपचार के लिए शिवपुरी जिला अस्पताल ले गए, जहां बच्चे का इलाज हुआ.

बेटे को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई किरण

बेटे के लिए तेंदुए से भिड़ गई मां, पढ़ें मर्दानी किरण की हिम्मत भरी दास्तां

बेटे को बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई थीं किरण

पिछले महीने ही सीधी में बैगा समाज की आदिवासी महिला किरण भी अपने आठ वर्षीय बेटे की जान बचाने के लिए तेंदुए से भिड़ गई थी. जब तेंदुआ मुंह में दबाकर बच्चे को ले जा रहा था, तभी किरण की नजर पड़ गई और किरण अकेले ही तेंदुए के पीछे दौड़ लगा दी और तेंदुए के जबड़े से अपने बेटे को खींच लायी. घटना के वक्त महिला अपने तीन बच्चों के साथ अलाव जलाकर बैठी थी, तभी तेंदुआ दबे पांव पहुंचा और बगल में बैठे आठ साल के बच्चे को उठा (leopard attacks child in sidhi) ले गया. महिला ने तेंदुए का एक किलोमीटर तक पीछा किया और उससे भिड़ गई. महिला तेंदुए के हमले से घायल हो गई, लेकिन वो अपने बच्चे को मौत के मुंह से बचा लाई.

डेढ़ घंटे तक बाघ के सामने खड़ीं रही सुधा धुर्वे

साथियों की जान बचाने के लिए बाघ से भिड़ने वाली सुधा धुर्वे से अभिनेत्री विद्या बालन ने की बात, दी हिम्मत की दाद

डेढ़ घंटे तक बाघ के सामने खड़ीं रही सुधा

सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ रूपी मौत का सामना कर अपने साथियों की जान बचाने वाली महिला वनरक्षक सुधा धुर्वे की अभिनेत्री विद्या बालन ने भी खूब तारीफ की थी. झिरिया बीट की वनरक्षक सुधा धुर्वे ने करीब दो साल पहले बाघ से मुकाबला किया था. उस दौरान वह बाघ के सामने डेढ़ घंटे तक आंखों से आंखें डालकर खड़ी रहीं. सुधा धुर्वे ने इस दौरान अपने दो वनरक्षक साथियों की जान भी बचाई थी. अभिनेत्री ने महिला वनरक्षक से लाइव बातचीत करते हुए पूरा घटनाक्रम सुना और कहा था कि आपने साथियों की जान बचाकर बहुत ज्यादा हिम्मत दिखाई है.

लड़कियों की प्रेरणा है रियल लाइफ शेरनी भारती

मिलिए रियल लाइफ की 'शेरनी' से, जो लड़कियों को देती हैं खुलकर जीने का हौसला

लड़कियों की प्रेरणा है रियल लाइफ शेरनी

मध्यप्रदेश की रियल लाइफ 'शेरनी' भारती ठाकरे (Bharti Thakrey) ऐसी इकलौती अफसर हैं, जो 28 सालों से वन विभाग में निडरता से नौकरी कर रही हैं. कई चुनौतियां आईं, मुश्किलों का सामना किया, लेकिन सब कुछ उन्होंने अपने अंदाज में, सरलता से और समन्वय से हल किया. उनका मानना है कि परिवार का सहयोग और जज्बा हो तो कोई भी नौकरी आसानी से की जा सकती है. पेंच टाइगर रिजर्व में तैनात भारती ठाकरे बतौर एसडीओ कार्य कर रही हैं, भारती उन लड़कियों के लिए प्रेरणा हैं जो जंगल या वन विभाग की नौकरी करने से हिचकिचाती हैं. भारती लड़कियों को हौसला देती हैं कि वे हर क्षेत्र की नौकरी न सिर्फ कर सकती हैं, बल्कि जी सकती हैं.

Last Updated : Dec 23, 2021, 11:46 AM IST

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