शिवपुरी।जिले के करैरा टीला रोड स्थित सायलो केंद्र पर गेहूं तुलवाने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लंबी कतार लगी हुई है हालात यह हैं कि किसान पंद्रह दिनों से अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. इसके बाद भी किसानों की उपज नहीं तुल पा रही है समर्थन मूल्य पर खरीदी में हो रही देरी से किसान भारी परेशान हैं और बदइंतजामी को लेकर खासी नाराजगी भी है। साथ ही जिन किसानों के पास ट्रैक्टर-ट्रॉलियां नहीं हैं, उन्हें हर दिन भाड़ा भी बढ़ रहा है। किसानों को समय के साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
कोलारस के भेड़ फार्म से सायलो केंद्र करैरा शिफ्ट करने पर भाजपा नेताओं ने बड़ी उपलब्धि मानकर फीता काटा और गेहूं खरीदी की शुरूआत कर दी, लेकिन बाद में पलटकर नहीं देखा कि खरीदी ठीक से चल भी रही है या नहीं, हालात यह हैं कि सायलो केंद्र पर कभी मशीन खराब हो जाती है तो कभी कर्मचारी बीमार हो जाता है। दो-तीन दिन से आंधी के साथ बारिश के चलते भी खरीदी रोकना पड़ी, इस वजह से किसानों के नंबर आने में काफी समय लग रहा है किसान घर से दूर सायलो केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर डटे हैं और यहीं रातें और भरी दोपहरी काट रहे हैं.
किसानों ने बताया कि सायलो केंद्र पर छाया और पानी की व्यवस्था तक नहीं है. भोजन के लिए भी हर दिन बाइक से घर जाते हैं. इस तरह हर दिन 200 रु. का पेट्रोल जल जाता है हालात यह हैं कि जिन किसानों का 15 दिन बाद नंबर आता है तो कई का सैंपल फेल कर देते हैं। किसान बाजार में औने-पाने दामों में गेहूं बेचकर चले जाते हैं. किसानों ने दबी जुबान में स्वीकारा कि सांठगांठ के बिना नंबर के तौल की जा रही है.
4.50 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य, खरीद हुई 1.70 क्विंटल