शिवपुरी। जिस उम्र में बच्चे अक्सर खाने, खेलने और अन्य चीजों के व्यस्त रहते हैं, उस उम्र में शिवपुरी के नमन ने वो कमाल किया है, जिससे अब पूरे शहर के लोग उसकी तारीफ कर रहे हैं, नमन ने लॉकडाउन के दौरान कुछ प्रोडक्टिव करते हुए एक स्वदेशी चैटिंग एप्लीकेशन तैयार की है.
लॉकडाउन में नमन का कमाल, तैयार किया चैटिंग एप
शिवपुरी के नमन ने लॉकडाउन में कुछ प्रोडक्टिव करते हुए एक चैटिंग एप बना दी, जो वाट्सएप जैसी है, लेकिन स्वदेशी है.
लॉकडाउन के दौर में जहां बच्चे चैस, लूडो और कैरम जैसे गेम खेल रहे हैं तो वहीं शिवपुरी में 11वीं में पढ़ने वाले छात्र नमन नामदेव ने घर में रहकर, वाट्सएप की तर्ज पर एक नमन नाम से ही मैसेंजर एप तैयार किया है, इस एप में एक साथ 150 लोगों का ग्रुप बनाया जा सकता है, साथ ही वीडियो कॉलिंग के साथ ही इस एप में कई सारे फीचर्स भी हैं.
नमन के पिता जिला पंचायत में कार्यरत हैं. नमन का कहना है कि इन विदेशी एप पर अरबों रुपये भारत के लोग डेटा के रूप में खर्च कर रहे हैं, ऐसे में भारत में निर्मित एप का उपयोग हो तो न केवल जानकारी सुरक्षित रहेगी, बल्कि देश का पैसा देश पर ही खर्च होगा. इस एप की खासियत ये है कि इसका डाटा किसी भी डिवाइस में सेव किया जा सकता है.