शिवपुरी। 17 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना संकट के चलते लॉकडाउन के कारण पथ विक्रेता छोटे-छोटे व्यवसाइयों का कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है. हर हाल में उनका काम-धंधा चालू कराना है. इसके लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर स्वनिधि योजना से शहरी पथ विक्रेताओं एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के माध्यम से ग्रामीण पथ विक्रेताओं को काम-धंधे के लिए 10 हजार रूपये का ब्याजमुक्त ऋण सरकार उपलब्ध करा रही है. शहरी पथ विक्रेता योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश देश में अव्वल है, जहां देश के 47 प्रतिशत प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने मंत्रालय से प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर स्वनिधि योजना के हितग्राहियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि वे ये सुनिश्चित करें कि उनके जिले के पथ विक्रेताओं को ये राशि जल्द से जल्द मिल जाए. साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाए कि पुलिसकर्मी अथवा नगरीय निकाय का अमला पथ विक्रेताओं को कार्य करने अथवा ठेला लगाने में परेशान न करे.
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को संबोधित करते हुये कहा कि छोटी-मोटी नौकरी से अच्छा है, स्वयं का काम-धंधा. इसके लिए सरकार कार्यशील पूंजी उपलब्ध करा रही है. उन्होंने बताया कि जब वे 9वीं में भोपाल के मॉडल स्कूल टीटी नगर में पढ़ते थे, तब स्कूल के पास ही एक व्यक्ति फुटपाथ पर प्लास्टिक का सामान बेचता था. देखते ही देखते उसने दुकान लगाना चालू किया और अब वो बड़ा व्यापारी बन गया है. आप सब भी अपना स्वयं का कार्य प्रारंभ कर आगे बढ़ें.