शिवपुरी।आज के दौरान में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. शिवपुरी के पोहरी में स्टेट बैंक के पास मेडिकल स्टोर संचालक ठगी का शिकार हो गया. पीड़ित ने बताया कि एक अज्ञात ठग जो खुद को सीआरपीएफ जवान बता रहा था, ने मकान किराया पर रहने के लिए एडवांस जमा करने के नाम पर 88 हजार रुपए मेडिकल संचालक के बैंक खाते से पार कर दिए. दरअसल एडवांस किराया देने के नाम पर शातिर आरोपी ने पहला क्यूआर कोड भेजकर एक रुपया भेजा. इसके बाद दूसरा क्यूआर भेजकर 5 बार स्कैन कराया और 88 हजार रुपए की रकम बैंक खाते से पार कर दी. फरियादी ने पुलिस से शिकायत की है.
क्यूआर कोड स्कैन कराने के नाम उड़ा 88 हजार- पीड़ित मेडिकल संचालक और पीड़ित मनोज कुमार जैन ने पुलिस थाने में ऑनलाइन ठगी संबंधी शिकायती आवेदन दिया. फरियादी मनोज का कहना है कि मेरे भांजे ने मेरा शिवपुरी में मकान किराए से देने के लिए मैजिक ब्रिक्स एप पर सूचना डाली थी कि जिस किसी को मकान किराए से चाहिए तो मोबाइल संपर्क कर सकता है. इसके बाद 10 जनवरी की सुबह 10 बजे मोबाइल से फोन आया और कहा कि 'मेरा नाम राम विलास यादव है. मुझे किराए से मकान लेना है. मैं सीआरपीएफ में हूं और वर्तमान में मेरी पॉस्टिंग देहरादून में हैट. मैं कुछ दिनों में शिवपुरी आने वाला हूं. क्योंकि मेरी पॉस्टिंग शिवपुरी हो गई है.
बैंक खाते से 88 हजार पार
सबसे पहले शातिर ठग ने एक क्यूआर कोड भेजा, जिसे स्कैन करने पर पीड़ित के खाते में एक रुपए आ गया. फिर चालकी से ठग ने दूसरा क्यूआर कोड भेजा और कहा कि अब आप इससे 22 हजार रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लें. जब फरियादी ने क्यूआर कोड से रुपए ट्रांसफर किए तो आरोपी राम विलास बोला कि अभी रुपए मेरे खाते से तुम्हारे खाते में ट्रांसफर नहीं हुए हैं. इस तरह रामविलास ने चार बार क्यूआर कोड स्कैन कराकर रुपए ट्रांसफर कराए. पीड़ित ने बताया कि जब मैंने अपना खाते का बैलेंस चैक किया तो पता चला कि मेरे खाते में रुपए आने की बजाय 66 हजार रुपए एवं दूसरे खाते से 22 हजार रुपए रामविलास ने धोखाधड़ी से अपने अकाउंट एवं फोन नंबर पर ट्रांसफर करवा लिए है. पीड़ित के मुताबिक मैने उससे फोन पर बात करना चाही लेकिन उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा.
आधार कार्ड, फोटो आईडी भी भेजी
पीड़ित के मुताबिक मैंने रामविलास से अपनी आईडी और आधारकार्ड आदि दस्तावेज भेजने के लिए कहा तो आरोपी ने मेरे वाट्सएप नंबर पर अपनी आईडी व आधारकार्ड का फोटो भेज दिया और मकान किराया 11 हजार रुपए प्रतिमाह में तय हुआ. मनोज कुमार जैन के मुताबिक दोनों के बीच दो माह के एडवांस के किराए की बात तय हो गई. लेकिन उन्हें कहा पता था कि किरायेदार की भेस में आरोपी उनके खाते से 88 हजार रुपये ठग लेगा. पुलिस ने इस केस को साइबर सेल को भेज दिया है और आरोपी की तलाश कर रही है.