शिवपुरी।प्रवासी पक्षियों के आगमन के लिए कभी देशभर में दूसरे स्थान पर पहचाने रखने वाले करैरा अभ्यारण के दिहायला झील प्रसिद्ध है. लेकिन झील में पानी की कमी के कारण इस बार पक्षियों के संख्या बेहद कम है. इस झील में प्रवासी पक्षियों का यहां से मोह भंग हुआ है या कुछ और कारण है इसके लिए देखिए यह रिपोर्ट. यह नजारा है करैरा की दिहायला झील का, जो कभी प्रवासी पक्षियों के लिए भरतपुर घना पक्षी अभ्यारण के बाद मशहूर थी. लेकिन इस बार झील किनारे सन्नटा है झील की जगह खेत और खेत में फसल नज़र आती है. झील में पानी का दायरा बहुत कम हो गया है और प्रवासी पक्षियों के संख्या भी कम हो गई है. कुछ सालों पहले की बात करे तो यहां आने वाले विदेशी पक्षियों के संख्या दो लाख तक दर्ज की गई है. जिनमें साइबेरियन पक्षी पिनटेल यहां काफी संख्या में आते थे.
झील का सिमटता दायरा
इसके साथ ही अन्य रंग बिरंगे पंक्षियों को देखने पर्यटक भी यहां पहुंचते थे, लेकिन अब पंक्षियों और पर्यटकों का इस जगह से मोह भंग हो रहा है, इसके पीछे कारण जानने के लिए जब ग्रामीणों से बात की तो उनका कहना था कि झील की जो जमीन है वह सरकारी नहीं, निजी खाते की है. जिस पर खेती करने के लिए किसान झील से पानी निकाल देते हैं और पानी न होने से पक्षियों की संख्या कम हो गई तो वही यहां आने वाले इन पक्षियों के शिकार की बात भी कही जाती है.