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BSP की चुनावी सभा में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष, कहा- सत्ता की चाबी बीएसपी के पास - मायावती

करैरा में बीएसपी की चुनावी सभा में प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे, जहां उनके साथ प्रत्याशी राजेंद्र जाटव, प्रदेश प्रभारी और जोन प्रभारी भी उपस्थित रहे.

BSP election meeting
बसपा की चुनावी सभा

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Published : Sep 3, 2020, 1:27 AM IST

शिवपुरी। विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी घोषणा के बाद बसपा अब चुनावी मूड में आ गई है. बुधवार को करैरा पहुंचे BSP प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने सिरसौद में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस मौके पर बसपा प्रत्याशी राजेंद्र जाटव, प्रदेश प्रभारी और जोन प्रभारी भी मौजूद रहे.

बसपा ने सबसे पहले 8 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर कांग्रेस और बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. खास तौर पर सर्वाधिक जाटव मतदाताओं वाली करैरा विधानसाभा क्षेत्र में जाटव प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस को ज्यादा नुकसान होगा. हालांकि बीजेपी से जसमंत जाटव प्रत्याशी के रूप में माना जा रहा है. वहीं कांग्रेस भी प्रागीलाल जाटव को मैदान में उतारने का मन बना चुकी है. ऐसे में जाटव वोट अब तीन जगह बटेगा.

बसपा ने करैरा से 2003 में अपना विधायक बनाया था. इसलिए यहां बसपा का जोर ज्यादा है. विधानसाभा चुनाव 2013 और 2018 में भी बसपा यहां से 40 हजार से अधिक मत पा चुकी है. यही वजह है की पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल की उपस्थिति में सभा की शुरुआत की. यह कार्यक्रम करैरा मुख्यालय पर होना था, लेकिन प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं मिलने पर कार्यकरण सिरसौद गांव के नदी किनारे एक धार्मिक स्थान पर किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता कार्यक्रम में पहुंचे. बसपा प्रत्याशी राजेंद्र जाटव ने वोट की दरकार की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बसपा के सभी कार्यकर्ताओं के राजेंद्र बनकर चुनाव लड़ना है.


प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल ने कहा कि इस बार मायावती ने दलबदलू चेहरा नहीं बल्कि टिकाऊ चेहरे के रूप में राजेंद्र जाटव को टिकट दिया है. पिछले 3 बार से प्रागी को टिकट दिया जा रहा था, लेकिन उसने धोखा देकर कांग्रेस ज्वॉइन कर ली. उन्होंने कहा कि हमारा यह कार्यक्रम करैरा में होना था, जो दो दिन पहले हुए बीजेपी के आयोजन से तगड़ा था. इसकी भनक बीजेपी को लग गई थी, जिसकी वजह से अनुमति नहीं मिली. पिप्पल ने आरोप लगाया है कि प्रशासन सत्ताधारी बीजेपी की कठपुतली बन गया है. इसी के चलते आयोजन को करैरा मुख्यालय पर करने की अनुमति नहीं दी गई. धारा-144 का बहाना बना दिया गया.

उन्होंने ग्वालियर में हुए सदस्यता अभियान पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के हजारों समर्थक मिलते रहते हैं, तब धारा-144 का उल्लंघन नहीं हुआ. उपचुनाव में सत्ता की चाबी बसपा के हाथ में आने वाली है, जिससे उन्हें घबराहट हो रही है.

प्रदेश अध्यक्ष ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, आप जिस पार्टी का विधायक बनाएंगे, सरकार उसी की बनेगी. उन्होंने सीटों का गणित भी बताते हुए कहा कि यह मौका सत्ता में पहुंचने के लिए है. इसलिए प्रत्याशी राजेंद्र जाटव को विजयी बनाना मुख्य लक्ष्य है.

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