शिवपुरी।मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान के दौरान शिवपुरी जिले के चकरामपुर में फर्जी मतदान और पुरानी रंजिश को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था. मतदान खत्म होते ही कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थकों ने भाजपा प्रत्यशी के समर्थकों की गाड़ी में पहले तो आग लगाकर सभी को जिंदा जलाने का प्रयास किया लेकिन जब वह इसमें सफल नहीं हो पाए तो कुशवाह समाज के लोगों ने एकराय होकर सभी को घेर कर इतना मारा कि उन्हें उपचार के लिए ग्वालियर रेफर करना पड़ा. ग्वालियर में उपचार के दौरान लक्ष्मण सिंह पुत्र रंजीत भदौरिया उम्र 40 चकराम, आशा देवी पत्नी मुन्ना भदौरिया उम्र 45, हिमांशु सेंगर पुत्र बृजेंद्र सेंगर 22 निवासी छतरपुर की मौत हो गई थी. bloody conflict in Shivpuri
नरवर में भारी पुलिस बल तैनात :इसके अलावा मुन्ना भदौरिया, योगेंद्र भदौरिया, राजा सिंह भदौरिया की हालत गंभीर बनी हुई थी. इनमें से गुरुवार की शाम करीब मुन्ना भदौरिया ने दम तोड़ दिया. मुन्ना भदौरिया की मौत की खबर जैसे ही पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों को लगी तो पुलिस अधीक्षक राघवेंद्र सिंह भदौरिया ने तत्काल आसपास के थाना क्षेत्रों सहित पुलिस लाइन से भारी तादाद में पुरुष व महिला पुलिस बल नरवर भेज दिया. पुलिस ने नरवर के हर गली मोहल्ले और बाजार की हर गली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात करवा दी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने त्यौहार और परिस्थितियों का हवाला देकर बाजार भी सामान्य दिनों से पहले बंद करवाना शुरू कर दिया. नरवर में बवाल की आशंका को ध्यान में रखते हुए कर्फ्यू जैसे हालात निर्मित कर दिए गए. bloody conflict in Shivpuri