श्योपुर। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए बनाए गई साइलो केंद्रों पर खरीदी की जाती है, लेकिन श्योपुर में प्रशासन द्वारा अभी तक वेयरहाउस और साइलो केंद्रों पर रखे हुए पिछले वर्षों के गेहूं का उठाव तक नहीं हो सका है. इसके अलावा साहिलों केंद्रों का रास्ता भी ठीक नहीं कराया गया है. ऐसी परिस्थितियों में सवाल यह है कि आगामी कुछ दिनों में शुरू होने वाली गेहूं की खरीदी की प्रक्रिया को प्रशासन कैसे शुरू कराएगा.
- अभी तक नहीं उठा दो साल पुराना गेहूं
श्योपुर जिले में 2 साइलो केंद्र हैं, पहला नागदा और दूसरा सल्मान्या, इन केंद्रों से दो साल पुराना गेहूं भी अभी तक नहीं उठाया गया है. यही वजह है कि नागदा सायलो केंद्र पर अभी भी एक लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं भंडारण हैं. वहीं, सल्मान्या के सायलो केंद्र से गेहूं का उठाव किया जा रहा है, लेकिन रफ्तार धीमी होने की वजह से जब तक गेहूं की खरीदी शुरू होगी. तब तक यहां से 50% गेहूं भी नहीं उठाया सकेगा.
- मैनेजर पवन कुमार ने कही ये बात
अन्य बेयर हाउस की स्थिति भी ऐसी ही है, कुछ में जगह है तो कुछ फूल भरे हुए हैं. ऐसी स्थिति में खरीद प्रक्रिया अगर शुरू होती है. तो खरीदे जाने वाले गेहूं को खुले आसमां के नीचे रखना पड़ेगा. इस बारे में नागदा से मैनेजर पवन कुमार का कहना है कि खरीदी के दौरान दिक्कत नहीं आएगी. पहले के माल का भंडारण अभी तक नहीं उठा हो, लेकिन खरीदी शुरू होने तक सारे इंतजाम हो जाएंगे.
- जिले में हैं 72 केंद्र