श्योपुर।जिले के वीरपुर थाना क्षेत्र स्थित धनखड़ के जंगल से रविवार को 8 हथियारबंद बदमाशों ने 7 चरवाहों का अपरहण कर लिया था, जिसमें से बाद में उन्होंने 4 को छोड़ दिया था. वहीं 3 चरवाहों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है. घटना को 4 दिन हो चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. इसे लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. एसपी आलोक कुमार सिंह के निर्देशन में 6 थानों की पुलिस जंगल में बदमाशों और चरवाहों की तलाश कर रही है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट,
अगवा चरवाहों का अबतक नहीं चला पता:4 दिन पहले विजयपुर इलाके के धनकर के जंगल में मवेशी चराने गए चरवाहों का अपहरण हो गया था. बदमाशों ने गुंजन पुरा गांव के रहने वाले भरतू बघेल, गुड्डा बघेल और भूरापुरा गांव के रामस्वरूप यादव का अपहरण कर लिया था. घटना के बाद से पुलिस लगातार जंगल में सर्चिंग कर रही है, लेकिन, बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. हालांकि, बुधवार की शाम साइबर सेल की मदद से पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस बदमाशों का लोकल कनेक्शन तलाशने में जुट गई है. पुलिस अधिकारियों को उम्मीद है कि, बदमाशों के लोकल कनेक्शन तक पहुंचते ही वह बदमाशों का पता लगा लेंगे.
बदमाशों को फिरौती देने की तैयारी शुरू:पुलिस का फोकस विजयपुर और बीरपुर इलाके के जंगल से लेकर चंबल नदी के सीमावर्ती राजस्थान इलाके पर है. सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि, बदमाश चरवाहों को लेकर इसी इलाके में छुपे हुए हैं, लेकिन जब तक बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लगते तब तक पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. उधर, बदमाशों द्वारा 15 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है. परेशान अपहृतों के परिजनों ने कर्ज लेकर और गांव के लोगों से चंदा इकट्ठा कर बदमाशों को फिरौती देने की तैयारी कर ली है, लेकिन एडीजी राजेश चावला के द्वारा 2 दिन के अंदर सफलता मिलने की बात कहे जाने के बाद ग्रामीणों ने इंतजार करने का फैसला लिया है. ग्रामीण अब गुरुवार के बाद फिरौती देने की तैयारी करेंगे. इस बात को ग्रामीण पूरी तरह से साफ कर चुके हैं. उनका यही कहना है कि, अपने लोगों की जान बचाने के लिए उनके पास दूसरा कोई चारा भी नहीं है और न ही वह ज्यादा समय तक पुलिस और प्रशासन की बातों पर भरोसा कर सकते हैं.