श्योपुर। जिले में पिछले कई सालों से अवैध रूप से नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे हैं. इन नशा मुक्ति केंद्रों पर शनिवार को जिला प्रशासन की टीम ने छापा मारते हुए सील करने की कार्रवाई की है. इससे शहर में संचालित दूसरे अवैध केंद्रों के संचालकों में हड़कंप मच गया. जिसके बाद वह कार्रवाई से बचने के लिए मौके से भाग खड़े हुए.
डिप्टी कलेक्टर विजेंद्र यादव ने बताया कि जिले में अवैध रूप से दो नशा मुक्ति केंद्र संचालित हो रहे थे. जिसकी जिला प्रशासन को जानकारी तक नहीं थी. इस दौरान आज हमने भौतिक सत्यापन करते हुए दोनों नशा मुक्ति केंद्रों का हाल जाना, जो पूर्ण रूप से अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं. नशा मुक्ति केंद्र चलाने के लिए नरसिंह एक्ट के अंतर्गत इन का पंजीयन होना चाहिए. इन दोनों पर कोई पंजीयन नहीं होने के कारण हमने उनके मूल दस्तावेज जब्त कर लिए गए हैं. जो नशा मुक्ति केंद्रों पर मरीज मिले थे उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर रहे हैं.