श्योपुर। अमीर बनने की चाहत में फौज की नौकरी छोड़ नकली नोट का कारोबार करने वाले गिरोह के मास्टरमांइड फौजी को पुलिस के गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये गिरोह लोगों को दोगुने रूपये करने का लालच दिया करता था. इस मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों को करीब सात महीने पहले ही पकड़ा था.
बताया जा रहा है कि पुलिस के हाथ आया मास्टरमाइंड पहले फौज में नौकरी करता था. जानकारी के मुताबिक, 31 मई को चिमलका गांव निवासी जोगिंदर सरदार ने मानपुर थाने में शिकायत की थी कि केशव पाठक, सुरजीत सरदार, साबिल खान, रामवीर उर्फ फौजी पंडित, देवभान सिकरवार, अजब सिंह, रघुराज गुर्जर और राजू धोबी उसके घर आए और कांच की एक प्लेट और केमिकल दिखाते हुए कहा कि, वो नोटों से नोट बना देते हैं. पीड़ित ने बताया कि इन ठगों ने उसे रुपए दोगुने करने का झांसा दिया और 55 हजार रुपए ठग लिए. इन 55 हजार रुपए के बदले एक लाख 10 हजार रुपए देने का झांसा दिया था.