श्योपुर। पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़े हुए दामों की वजह से आमजन के साथ-साथ अब किसानों की भी परेशानियां बढ़ गई हैं. हालात ऐसे हैं कि, पिछले सालों की तुलना में इस साल जुताई से लेकर फसलों की कटाई तक के खर्चे डीजल के बढ़े हुए दामों की वजह से बढ़ गए हैं. जिससे किसानों को खासी परेशानियां उठानी पड़ रही है. बढ़े हुए खर्चों से निजात पाने के लिए छोटे किसान ट्रैक्टर की बजाए एक बार फिर से बैलों से जुताई और खेती करते हुए देखे जाने लगे हैं.
कच्चे तेल के दामों ने बढ़ाई किसान की चिंता, बढ़ी खेती की लागत
डीजल-पेट्रोल के बढ़े हुए दामों ने किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. इस साल जुताई से लेकर फसलों की कटाई तक के खर्चे डीजल के बढ़े हुए दामों की वजह से बढ़ गए हैं.
कच्चे तेल के दामों ने किसान की बढ़ाई चिंता
वहीं कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष चीनी कुरैशी का कहना है कि, 'पहले से ही लोगों की लॉकडाउन ने कमर तोड़कर रख दी है, लेकिन अब सरकार के द्वारा डीजल और पेट्रोल के दामों में दिनों दिन बढ़ोतरी की जा रही है. जिससे किसान पूरी तरह से परेशान हो गए हैं. जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी किसानों को लूटने का कार्य कर रही है, ये पूंजी पतियों की सरकार है, किसानों की सरकार तो कमलनाथ सरकार थी, जिसे भाजपाइयों ने छलावा करके गिरा दिया'.
Last Updated : Jul 1, 2020, 1:35 PM IST