श्योपुर।जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को देशभर में श्रद्धांजलि दी गई. इसी कड़ी में श्योपुर जिले में भी शहर भर में कैंडल मार्च की रैली निकालकर जय स्तंभ चौक पर पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. जमकर शहर वासियों ने नारे भी लगाए. इस दौरान शहर वासियों ने वचन लिया कि शहर को स्मैक मुक्त भी कराएंगे.
लोगों ने निकाला कैंडल मार्च, पुलवामा अटैक में शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
श्योपुर में कई सामाजिक संगठनों ने पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों को श्रद्धांजलि दी.
दरअसल, 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था. जैश ए मोहम्मद के एक फिदायीन आतंकी दोस्त ने इस घटना को अंजाम दिया था. आतंकियों ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की इस बस को टक्कर मार दी थी. जिसके बाद 40 जवान शहीद हो गए थे. बता दें पुलवामा शहीदों को लेकर शहर की सभी राजनीतिक संगठन, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित किन्नर समाज ने एकत्रित होकर शहर के गणेश मंदिर से कैंडल मार्च निकाला. यह मार्च गोलंबर होते हुए जय स्तंभ चौक पहुंचा. जहां पुलवामा में शहीद हुए भारतीय जवानों की बैनर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान शहर में बढ़ रहे स्मेक के गोरखधंधे के खिलाफ भी लड़ने की कसम उठाई है. जिससे शहर की युवा पीढ़ी को बचाया जा सके.
समैक की इस बढ़ती हुई लत को लेकर कई युवा तो इतने आदी हो गए हैं कि वह अपने घर का सामान तक बेचने को मजबूर हो जाते हैं. श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे लोगों ने बताया कि कोई भी भारतीय इस दिन को भूल नहीं पाएगा. 2 साल पहले पुलवामा हमला हुआ था. हम सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हमें अपनी सुरक्षा बलों पर गर्व है और उनकी बहादुरी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती है कि देश के यह शहीद होने वाले वीर सपूत वह हमारी मातृभूमि की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है.