ग्वालियर/श्योपुर। चंबल अंचल पिछले एक सप्ताह से भीषण सर्दी की चपेट में है. ग्वालियर में ठंड ने पिछले 17 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. (MP Weather Today) यहां चल रही शीत लहर ने ठिठुरन इतनी बढ़ा दी है कि यहां जींवन की रफ्तार ही थम गई है. स्कूलों में बच्चों की संख्या आधी हो गई है वहीं सरकारी दफ्तरों में भी आने जाने वालों की संख्या काफी कम हो गई. मौसम विभाग के अनुसार दस साल में पहला मौका है कि नए साल के पहले सप्ताह से कोल्ड डे की श्रेणी में है और फिलहाल लोगों को इस हाड़ कंपाने वाली ठंड से राहत मिलने वाली नही है. ग्वालियर में पिछले एक सप्ताह में 3 दिन तक सीवियर कोल्ड डे रहे हैं. साथ ही शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 7.3 डिग्री कम दर्ज हुआ है.
सुबह में विजिबिलिटी शून्य:जम्मू कश्मीर से आ रही बर्फीली हवाओं से सुबह से अंचल में हाड़ कंपाने वाली ठंड जारी है. कोहरे के कारण दृश्यता 200 मीटर से कम रही. जबकि बीती रात को तो विजीविलिटी शून्य रही है. साथ ही न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई और यह सामान्य से चार डिग्री कम रहा. इस कारण ठंड की चुभन बढ़ गई. सूरज भी हाफ डे मनाएगा, जिसकी वजह से अधिकतम तापमान 14 डिग्री से नीचे दर्ज होगा. यह सामान्य से 7.3 डिग्री कम रहा. जबकि न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री गिरावट के साथ 4.2 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2.9 डिग्री कम रहा. सीवियर कोल्ड डे के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे लगातार हाड़ कंपाने वाली ठंड का सामना करना होगा. 6 जनवरी को शीतलहर, तीव्र शीतल जारी हैं ठंड का टार्चर और बढ़ गया है.
श्योपुर में सर्दी का सितम: शनिवार को जिले में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री दर्ज किया गया. यही वजह है कि, विजिविलिटी भी 100-120 मीटर की दूरी तक रह गई, जिसका सबसे ज्यादा असर वाहन चालकों पर पड़ रहा है. श्योपुर में बीते रोज की अपेक्षा 1 डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कड़ाके की ठंड और भी बढ़ गई. जिले में पड़ रही भीषण सर्दी से कहीं की फसलें बर्बाद ना हो जाए, किसानों को ये डर सताने लगा है. हालात ऐसी है कि सुबह 09:30 बजे तक भी सूर्य के दर्शन नहीं होते हैं, जिसके बाद सूगज के निकलने पर कुछ सर्दी से ज्यादा राहत लोगों को महसूस नहीं हुई.