श्योपुर। देशव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन में रविवार को सड़कों पर उतरे जिले के किसानों ने शहर के हजारेश्वर पार्क में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद किसानों ने शहर भर में विरोध रैली निकाली और केंद्र की मोदी सरकार का पुतला दहन करके केंद्र सरकार के कृषि अध्यादेश और दिल्ली जा रहे किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने की घटना का विरोध जताया.
किसान संगठन ने रैली निकालकर केंद्र सरकार का जताया विरोध, कृषि कानून वापस लेने की मांग - श्योपुर
श्योपुर में किसानों ने शहर भर में विरोध रैली निकाली और केंद्र की मोदी सरकार का पुतला दहन किया. किसानों ने केंद्र सरकार के कृषि अध्यादेश और दिल्ली जा रहे किसानों पर लाठीचार्ज किए जाने की घटना का विरोध जताया.
इस दौरान पुलिस ने वाटर केनैन का इस्तेमाल करके पुतला फूंकने से रोकने का प्रयास किया. लेकिन किसानों ने दमकल की गाड़ी के ऊपर चढ़कर वाटर केनेन के कर्मचारी को पकड़ कर पुतला बुझाने से रोका. प्रदर्शनकारी किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि अध्यादेश किसानों के लिए काला कानून है. इससे किसानों को आने वाले समय में भारी नुकसान और परेशानी उठानी पड़ेगी. जिसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए, नहीं तो किसान आने वाले समय में और भी ज्यादा उग्र आंदोलन करेंगे.
प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे. जिन्होंने किसानों की लड़ाई को लंबे समय तक जारी रखने के लिए जिले के अन्य किसानों से मांग की है कि वह किसानों की इस लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार और उनकी नीतियों का विरोध आने वाले नपा चुनाव में करने की अपील की है. किसान नेता अनिल चौधरी का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जो कानून लागू किया गया है. उसके विरोध में और किसानों के समर्थन में आज शिवपुरी जिले के किसान उतरे हैं. जो कृषि मंत्री हैं और क्षेत्रीय सांसद हैं उनका भी हम विरोध करते हैं कि उन्होंने किसानों के लिए काला कानून बनाया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि हमारा यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेती है.