श्योपुर। जिला अस्पताल में दो साल पहले बनाए गए आईसीयू वार्ड को डॉक्टरों की कमी बताकर अभी तक शुरू नहीं किया जा सका, लेकिन 10 बेड के नए आईसीयू बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब एक करोड़ रुपए से अधिक लागत का दूसरा आईसीयू बनाने में जुटे हैं. इसके लिए उनके द्वारा जनरल वार्ड में तोड़फोड़ की जा रही है. जिसे पर अब आमजनता से लेकर राजनीतिक पार्टियां भी प्रबंधक पर आईसीयू निर्माण के नाम पर कमीशन खोरी के आरोप लगा रहे हैं.
चालू नहीं हुआ दो बेड का आईसीयू वार्ड, 10 की तैयारी, लगने लगे भ्रष्टाचार के आरोप - ICU ward in Sheopur District Hospital
श्योपुर जिला अस्पताल में प्रबंधन की लापरवाही के कारण 2 बेड का आईसीयू वार्ड बनकर तैयार हुआ. लेकिन शुरू नहीं हो पाया है. वहीं प्रबंधन अब 10 बेड का नए आईसीयू वार्ड बनाने की तैयारी कर रहा है, जिस पर कमीशन खोरी के आरोप लगने लगे हैं.
आईसीयू वार्ड को लेकर समाजसेवी कैलाश पाराशर का कहना है कि जिला अस्पताल में दो बेड का आईसीयू वार्ड पहले से उपलब्ध था, लेकिन अभी तक कई गंभीर मरीज जिला अस्पताल में आए. उन्हें जिला अस्पताल में आईसीयू वार्ड होने के बावजूद भी लाभ नहीं मिला.
ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के 10 बेड का आईसीयू वार्ड बनाने का मतलब जनता के पैसे को फिजूल में खर्च करना है. वहीं कांग्रेस जिला अध्यक्ष अतुल चौहान ने बीजेपी सरकार और अस्पताल प्रबंधन पर निशाना साधा और कहा की इस तरह के काम के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन करेगी. जबकी बीजेपी नेता सुरेंद्र जाट का कहना है कि वह इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री और सांसद से बात करेंगे और मामले की जांच कराएंगे. अब सवाल ये उठता है की जब 2 बेड के लिए डॉक्टर नहीं था तो अब 10 बेड के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन डॉक्टर कहा से लाएगा.