शाजापुर। जिले में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में एक मजदूर ने काम धंधा ना मिलने के कारण अपनी झोपड़ी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई कर युवक के शव को पीएम के लिए जिला चिकित्सालय में भिजवाया और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी.
रोजगार ना मिलने से परेशान मजदूर ने की आत्महत्या - shajapur police
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में एक मजदूर ने काम धंधा ना मिलने के कारण अपनी झोपड़ी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
शाजापुर में कृषि उपज मंडी के पास बनी झोपड़ी में रहने वाले दिलीप पिता नारायण सिंह ने आज घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पत्नी जब झोपड़ी में गई तो पति को फांसी पर झूलते हुए देखा. कोरोना के चलते लॉकडाउन के बाद से ही दिलीप को कहीं भी मजदूरी का कार्य नहीं मिल रहा था, इन्हें कुछ दिनों तक प्रशासन की ओर से भोजन आया लेकिन उसके बाद वह भी बंद हो गया. दिलीप के घर में खाने को कुछ नहीं था, परिवार की भूखे मरने की नौबत आने पर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक दिलीप के परिवार में पत्नी और एक बेटी है.
इस पूरे मामले में मृतक के परिजनों का कहना है कि कोरोना के चलते काम धंधा ना मिलने से आर्थिक रूप से परेशान दिलीप ने आत्महत्या की है. वहीं पुलिस ने मामले में मौके पर पहुंचकर परिजनों के बयान एवं पंचनामा बनाया है. पुलिस का कहना है जांच के पश्चात ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है.