शाजापुर। जनजातीय सीनियर बालक छात्रावास में प्याज रखने की खबर को ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से दिखाया गया था. कलेक्टर दिनेश जैन के निर्देश पर तहसीलदार ने छात्रावास को सील कर दिया, जबकि छात्रावास अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया हैं.
अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्र-छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिए सरकार ने छात्रावास बनवाए, ताकि विद्यार्थी यहां रहकर अध्यापन कार्य कर सकें. कोरोना के चलते एक साल से छात्रावास खाली पड़े हैं. इसी का फायदा जनजातीय सीनियर बालक छात्रावास अधीक्षक कमल बोड़ाना ने उठाया. छात्रावास के कमरों में प्याज भर दिए. उक्त खबर को ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से दिखाया गया, जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया. कलेक्टर दिनेश जैन ने तहसीलदार राजाराम करजरे को छात्रावास के निरीक्षण के लिए मौके पर पहुंचाया. यहां पर तहसीलदार को छात्रावास में प्याज भरे हुए मिले.
तहसीलदार राजाराम करजरे ने कमल बोड़ाना को फोन लगाकर छात्रावास में बुलाया, लेकिन करीब एक घंटे के इंतजार के बाद भी अधीक्षक छात्रावास नहीं पहुंचे. इसके बाद तहसीलदार की टीम ने हॉस्टल को सील करने की कार्रवाई की.