शाजापुर।कोरोना वायरस का कहर का लगातार बढ़ता जा रहा है, इस बीच कई जगह शादी का माहौल भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में शाजापुर जिले में एक अनोखी शादी देखने को मिली है, जिले के तिलावद मेना गांव में शादी में बंधने वाले जोड़े ने अग्नि की बजाय संविधान की किताब और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को बीच में रखकर सात फेरे लिए, साथ ही संविधान की शपथ के साथ ये शादी पूर्ण हुई.
अनोखी शादी: भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को बीच में रखकर लिए सात फेरे
कोरोना काल में शाजापुर जिले में एक अनोखी शादी देखने को मिली है, जहां जोड़ों ने अग्नि की बजाय संविधान की किताब और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को बीच में रखकर सात फेरे लिए.
गिने चुने परिवार वालों की मौजूदगी में दूल्हे रामबाबू की सरिता के साथ शादी बेहद सादगी से संपन्न करवाई गई. शादी करने वाले दूल्हे का कहना था कि महंगे तामझाम और खर्चीली शादियां लड़की के पिता को कर्जदार बनाती है, इसी के चलते उन्होंने सारी रुढ़िवादी परंपरा को दरकिनार कर सादगी के साथ शादी करने का फैसला किया.
वहीं दूल्हे के पिता ने संविधान में आस्था और अंबेडकर वादी सोच को इसकी प्रेरणा बताया है. कोरोना काल में जहां शादी समारोह की नई परिभाषा लिखी जा रही है, ऐसे में संविधान के शपथ वाली इस अनोखी शादी की हर कोई तारीफ कर रहा है.