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फाइनल असेसमेंट के लिए चमक रहा जिला अस्पताल

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Published : Feb 3, 2021, 9:25 PM IST

4 फरवरी को फाइनल असेसमेंट के लिए तीन सदस्यीय टीम शाजापुर आने वाली है. इसके लिए जिला अस्पताल में कायाकल्प अभियान के तहत बेहतर प्रदर्शन के उद्देश्य से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं.

District Hospital
जिला अस्पताल

शाजापुर। कायाकल्प अभियान के तहत जिला अस्पताल की परीक्षा की घड़ी नजदीक आ गई है. 4 फरवरी को फाइनल असेसमेंट के लिए तीन सदस्यीय टीम शाजापुर आने वाली है. इसके लिए अस्पताल में अभियान के तहत बेहतर प्रदर्शन के उद्देश्य से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं.

जिला अस्पताल और ट्रामा सेंटर में कायाकल्प अभियान के लिए पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही हैं. अस्पताल प्रबंधन ने सेल्फ असेसमेंट कर यहां की व्यवस्थाओं को 89 प्रतिशत से अधिक अंक दिया हैं, जबकि कुछ माह पहले वर्चुअल रूप से हुए पियर असेसमेंट में अस्पताल को 71 अंक ही मिले थे. इस मान से देखा जाए, तो थोड़ी और मेहनत करके अस्पताल फाइनल में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. हालांकि, यह बात किसी से छिपी नहीं है कि अस्पताल प्रबंधन के आंकलन और बाहर से आने वाली विशेषज्ञों की टीम के आंकलन में जमीन-आसमान का अंतर होता है. इसके चलते प्रबंधन अस्पताल में अभी भी सुधार और सुंदरीकरण की कवायद कर रहा है.

बीते कुछ साल से अस्पताल प्रबंधन कायाकल्प अभियान में अव्वल आने के लिए मेहनत करने के साथ-साथ लाखों रुपए खर्च कर चुका है. इसके बूते अस्पताल प्रदेश के टॉप टेन में बना हुआ है, लेकिन प्रदेश में अव्वल आने की इच्छा पूरी नहीं हो पा रही है. इस बार भी जिम्मेदार प्रथम आने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं. अभियान के तहत अस्पताल का फाइनल निरीक्षण करने के लिए भोपाल डीएच डॉ. बलराम उपाध्याय, भोपाल डीपीएम अनिता दुर्गा और सीहोर डीएच अंजुलता भार्गव शाजापुर आयेंगे.

शुभम गुप्ता, सिविल सर्जन
साफ-सफाई पर विशेष ध्यानअभियान के तहत बेहतर प्रदर्शन करने के लिए स्वच्छता सबसे अधिक प्राथमिकता में रहती है. इसके चलते अस्पताल में साफ-सफाई को लेकर खास कवायद की गई है. सिविल सर्जन डॉ. शुभम गुप्ता खुद इस पर सीधी नजर रख रहे हैं. दूसरी ओर अस्पताल को चमकाने में यहां के सफाईकर्मी भी काफी मेहनत कर रहे हैं.जिला अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर और मेटरनिटी विंग का जनवरी माह में ही लक्ष्य अभियान के तहत फाइनल असेसमेंट हुआ. अस्पताल द्वारा इस अभियान के तहत बेहतर तैयारी की गई थी. इसके लिए स्त्री रोग विभाग के ऑपरेशन थिएटर और लेबर रूम का निरीक्षण किया गया था. साथ ही अस्पताल में नवजात शिशु सुरक्षा की प्रक्रिया, डेफिब्रिलेटर का उपयोग, एंटीबायोटिक पॉलिसी सहित स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन के बारे में जानकारी ली गई थी. इसके चलते यहां की व्यवस्था अपडेट कर ली गई. अब प्रबंधन द्वारा अन्य क्षेत्रों पर ध्यान दिया जा रहा है.इन बिंदुओं पर होगा निरीक्षण
  • अस्पताल के आसपास की सफाई
  • साफ सुथरी नालियां
  • भवन का उचित रखरखाव
  • अपशिष्ट पदार्थों की समुचित निकासी
  • बायोमेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन
  • संक्रमण नियंत्रण की मजबूत व्यवस्था
  • प्रसूति कक्षों को स्वास्थ्य के अनुकूल बनाना

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