शाजापुर। अपने पद का दुरुपयोग और शासकीय राशि का गबन करने वाले सरपंच और सचिवों से वसूली के लिए जनपद सीईओ ने नोटिस जारी किए है. शाजापुर जनपद अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सांपखेडा, ग्राम पंचायत निपानिया डाबी, ग्राम पंचायत लड़ावद और ग्राम पंचायत पतोली का जनपद सीईओ मनीष भारद्वाज ने पिछले दिनों निरीक्षण किया था. इन सभी पंचायतों में आर्थिक अनियमितता के मामले सामने आने के बाद जांच रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को भेजी गई.
शासकीय राशि के गबन का मामला, सरपंच- सचिवों को वसूली का नोटिस
शाजापुर जिले की चार पंचायतों में आर्थिक अनियमितता के मामले की जांच रिपोर्ट के बाद जनपद सीईओ ने सरपंच और सचिवों को वसूली के लिए नोटिस भेजा है.
तीनों पंचायतों के सचिवों और सरपंचों को वसूली का नोटिस भेजा गया है. सीईओ मनीष भारद्वाज ने बताया कि, निरीक्षण के ग्राम पंचायत सापखेड़ा में 20 लाख रुपए की लागत का भवन बनना था, जिसमें सरंपच, सचिवों ने 10 लाख रुपए की राशि निकाली, जब इसक भवन की लागत निकाली गई, तो पाया गया कि, करीब 6 लाख 50 हजार रुपए का काम हुआ है, जिसमें सीधे तौर पर 3 लाख 50 हजार रुपए की वूसली के लिए नोटिस जारी किया गया है.
वहीं ग्राम पंचायत निपानिया डाबी में गौशाला निर्माण के लिए जो सामग्री आई थी, उसे सरंपच प्रतिनिधि ने बेच दिया. इस मामले में भी सरपंच और सचिवों को काम पूरा कराने के निर्देश दिए. वहीं ग्राम पंचायत लड़ावद भी एक सड़क निर्माण की राशि निकाली गई, जबकि मौके पर सड़क बनी ही नहीं. इसी प्रकार गांव में पंचायत भवन, पुलिया आदि में गुणवत्ता अनुसार निर्माण कार्य नहीं हुआ, इसको लेकर सरपंच- सचिव को नोटिस दिए हैं. वहीं ग्राम पंचायत पतोली में अधिकांश निर्माण कार्य गुणवत्ता के अनुसार नहीं हुए हैं. इन सभी पंचायतों में जांच के बाद पद के दुरुपयोग करते हुए आर्थिक अनियमितता का मामले सामने आया है, जिसकी जांच रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को भेजी गई है. वहीं संबंधित चारों पंचायतों के सरंपच और सचिवों को वूसली के लिए नोटिस भेजे गए है.