शाजापुर। जिले के शुजालपुर में अब एक भी कोरोना मरीज नहीं है. इस वैश्विक महामारी के चलते देशभर के लोगों के साथ क्षेत्र के रहवासियों ने भी काफी संघर्ष किया. शाजापुर जिले में कोविड-19 से संक्रमित पहला मामला 9 अप्रैल को जामनेर गांव से सामने आया था. यह युवक इंदौर से अपने गांव लॉकडाउन लग जाने के कारण वापस आया था. इसके बाद क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमित सामने आते रहे. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी अनुसार पिछले 10 माह में शुजालपुर अनुविभाग में 779 नागरिक कोरोना रोग से ग्रस्त हुए. जिसमें से 18 लोगों को मौत हुई. हालांकि इसके अलावा भी कई लोग सीधे महानगरों में जांच के बाद भर्ती भी हुए.
पिछले लगभग डेढ़ माह से क्षेत्र में बनाए गए आईसोलेशन वार्ड व कोरोना केयर सेंटर में मरीजों को नहीं रखते हुए होम आईसोलेट किया जा रहा था. बताया जाता है कि कोरोना से ग्रसित पाया गया पोलायकलां निवासी को होम आईसोलेट किया गया था, वह भी संक्रमण से ठीक हो गया और उसे होम आईसोलेशन से छुट्टी दे दी गई.
28 दिन पूरे हुए, लेकिन दूसरा डोज नहीं लगा
कोरोना रोग से निजात के लिए तैयार की गई वैक्सीन का पहला डोज फ्रंटलाईन वकर्स को लगाया जा चुका है. इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों सहित नगर पालिका, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों को चिन्हित किया गया था. इनमें से 778 लोगों को पहले डोज का टीका 16 जनवरी को लगा था. वैक्सीनेशन के लिए तय हुई गाइडलाइन के अनुसार 28 दिन उपरांत 13 फरवरी को इन्हीं लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जाना था, लेकिन 15 फरवरी तक यह टीका नहीं लगा. साथ ही दूसरा डोज आगे कब लगाया जाएगा. इसको लेकर अभी साफ निर्देश नहीं हैं. शुजालपुर क्षेत्र में कोविशिल्ड वैक्सीन लगाई जा रही है.
शुजालपुर सिविल आस्पताल के प्रभारी डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि पोलायकलां में होम आईसोलेट कोरोना संक्रमित की आइसोलेशन अवधि समाप्त हो जाने पर उसे आइसोलेशन से मुक्त कर दिया गया. क्षेत्र में सोमवार को कोई भी एक्टिव केस बाकी नहीं बचा. वैक्सीनेशन का पहला डोज चिन्हित लोगों को लग चुका है. दूसरा डोज क्यों नहीं लग पा रहा है. इसकी जानकारी नहीं है और यह कब लगेगा, इसके निर्देश अभी प्राप्त नहीं हुए हैं.