शाजापुर। कभी उपज बेचने के लिए, तो कभी खाद-बीज की कमी को लेकर परेशान होने वाले किसानों की मुसीबत अब भी खत्म नहीं हुई है और यही कारण है कि अब उन्हें जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते केसीसी ऋण नहीं मिलने से बोवनी की तैयारियां करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
जिम्मेदार ही कटवा रहे किसानों को चक्कर
शाजापुर सहकारी संस्था के जिम्मेदार भी किसानों को संतोषजनक जवाब देने की बजाय सोसायटी के चक्कर लगवा कर परेशान करने में ज्यादा आनंदित नजर आ रहे हैं. जिम्मेदारों के ऐसे गैर जिम्मेदाराना रवैये की अब किसान वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने की बात कह रहे हैं.
चेक देने में कर रहे है बहानेबाजी
इस मामले में किसान देवीलाल का कहना है कि उसका खाता प्राथमिक कृषि सहकारी साख संस्था सुनेरा में है और उसने केसीसी लोन के लिए संस्था में मांग की है. सहकारी संस्था के कर्मचारियों ने ऋण देने के लिए चेक बनाकर अपने पास रख लिया है और अब वह उसे देने में बहानेबाजी कर रहे हैं.
अधिकारी नहीं दे रहे संतोषजनक जवाब
वहीं इसी मामले में किसान गंगाराम का कहना है कि उसे संस्था पर हर दिन बुलाया जाता है, परंतु बीते एक हफ्ते से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका. वहीं सोसायटी में मौजूदा अन्य किसानों का भी कहना है कि सोसायटी के कर्मचारी किसानों की ऋण समस्या का समाधान करने में गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. जिसकी वजह से किसानों को खरीफ फसल की बोवनी की तैयारियां करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
किसान का यह भी कहना है कि खरीफ फसल की बोवनी का समय नजदीक आ रहा है, ऐसे में बार-बार सोसायटी के चक्कर लगाने से आर्थिक परेशानी भी खड़ी हो रही है. समस्या का शीघ्र ही निराकरण नहीं किया गया तो वरिष्ठ कार्यालय पहुंचकर शिकायती आवेदन दिया जाएगा.
जिम्मेदार ही उड़ा रहे सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां
कोरोना महामारी में बचाव के लिए प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन कराए जाने के आदेश दिए हैं, लेकिन सुनेरा सहकारी संस्था पर सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सोसायटी पर लंबी कतार लगी हुई दिखाई दे रही हैं और यहां मौजूद लोग भी बिना मास्क के बीमारी को फैलाने के लिए न्यौता देते नजर आ रहे हैं और जिम्मेदार भी इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं.