शाजापुर।कोरोना काल में शासन की गाइडलाइन तोड़कर कई लोग दूसरों के लिए मुसीबत का कारण बन रहे हैं. प्रतिबंध के बावजूद व्यापार-व्यवसाय कर ग्राहकों को कोरोना बांट रहे हैं. बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले देखे, लेकिन ग्राम निपानिया धाकड़ में एक अनूठा मामला सामने आया, जो कोरोना काल में आपदा में अवसर तलाश रहे लोगों के गाल पर जोरदार तमाचा है. यहां धाकड़ परिवार के सदस्यों ने अपने पिता का नुक्ता न करते हुए नुक्ते की राशि से पूरे गांव में सेनेटाइजर का छिड़काव कराया. इतना ही नहीं गांव के 400 परिवारों को 1-1 लीटर सेनेटाइजर के साथ मास्क और विटामिन की गोलियों भी दीं.
गांव को कराया सेनेटाइज
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम निपानिया धाकड़ निवासी सवाई सिंह धाकड़ का गत दिनों निधन हो गया था. दिवंगत की आत्मशांति के लिए उसकी मृत्यु के 13 दिन बाद समाज में नुक्ता किया जाता है, लेकिन स्व. धाकड़ के पुत्र दिलीप सिंह, भारत, राजेश और नीरज ने कोरोना काल में नुक्ते की इस प्रथा को न करते हुए अनूठी मिसाल पेश की है. सभी पुत्रों ने रविवार को स्व. सवाई सिंह धाकड़ का नुक्ता कार्यक्रम निरस्त किया और पूरे गांव में सेनेटाईजर का छिड़काव करवाया. इतना ही नहीं गांव के 400 घरों में 1-1 लीटर सेनेटाइजर की बोतल के साथ गांव के सभी परिवारों को 5-5 मास्क के पैकेट और विटामिन की गोलियों का वितरण भी किया. धाकड़ परिवार की इस प्रेरणादायी पहल की जिले के प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने काफी सराहना की है.