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ट्रक आते ही खाद पर टूट पड़े किसान, मचा दी लूट

शुजालपुर में किसानों के खाद लूटने का मामला सामने आया है, जिसमें शुजालपुर के पास बेहरावल गांव में किसानों को खाद वितरण किया जा रहा था, लेकिन जैसे ही खाद से भरे दो ट्रक मौके पर पहुंचे तो वहां मौजूद करीब 150 किसान इस पर टूट पड़े और खाद लेकर चले गए.

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मची खाद की लूट

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Published : Jun 18, 2020, 7:58 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 8:48 PM IST

शाजापुर। कोरोना के संक्रमण काल में उपज के सही दाम न मिलने से परेशान किसानों को अब खाद न मिलने के कारण भारी परेशानी उठाना पड़ रही है. शुजालपुर के पास बेहरावल गांव में गुरूवार को किसानों की भीड़ ने खाद के दो ट्रक लूट लिए. प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था सोसायटी से वितरित होने वाला यह खाद, जिसके हाथ में जितना आया ले भागा.

मची खाद की लूट

बारिश की दस्तक होते ही किसानों ने बोवनी की तैयारी शुरू कर दी है. बोवनी के साथ ही खाद की मांग भी बढ़ गई है और आपूर्ति कम होने से किसान खाद लूटने जैसी स्थिति में भी पीछे नहीं हट रहे हैं. शुजालपुर के पास बेहरावल प्राथमिक सहकारी साख संस्था में गुरूवार को दो ट्रक में करीब 1000 बोरी डीएपी 12/ 32/ 16 इफको खाद पहुंचा था. सोसाइटी के 6 कर्मचारी भूमि के रकबा के हिसाब से किसानों को खाद का वितरण कर रहे थे, तभी करीब डेढ़ सौ किसानों की भीड़ ने यहां आकर कर्मचारियों को हटाया और खाद की बोरियां लूट कर ले गए.

सहकारी सोसायटी के कर्मचारी सचिव विष्णु प्रसाद पाटीदार ने बताया कि आज सैकड़ों बोरियां किसान लूट ले गए, जिससे सोसाइटी को लाखों रुपए का नुकसान हो गया है. आपको बता दें कि प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाएं किसानों को भूमि के हिसाब से परमिट बनाकर यह खाद वितरित करते हैं, लेकिन खाद समय पर मिलने के अभाव में परेशान किसान या तो बाजार में ब्लैक में खाद खरीदने को मजबूर होते या फिर उन्हें इस तरह लूट कर पूर्ति करना पड़ती है.

लूट से निकला कृषि मंत्री का दावा झूठ

शाजापुर जिले के ग्रामीण इलाके में हुई खाद की लूट ने कृषि मंत्री कमल पटेल का दावा झूठा साबित कर दिया है, मध्यप्रदेश सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा था, इस बार खरीफ की फसल के लिए 10 लाख मीट्रिक टन खाद की व्यवस्था करनी है. एक अनुमान के मुताबिक बोवनी के समय इतनी खाद की आवश्यकता पड़ेगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खरीफ की तैयारियों की समीक्षा की है और हमने तैयारी करते हुए भारत सरकार से 10 लाख मीट्रिक टन खाद खरीद कर गोडाउन में रख दिया है. उन्होंने कहा, विभाग के अधिकारियों से पूछा गया है कि, सरकारी स्तर पर किसानों के लिए क्या व्यवस्था कर सकते हैं, उसकी व्यवस्था करें, बाकी प्राइवेट में छूट दें, ताकि किसी तरह की कमी ना हो. मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर निर्देश दिए हैं कि, खाद की कोई कमी नहीं आनी चाहिए. प्रदेश सरकार भारत सरकार के संपर्क में हैं और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मध्यप्रदेश से हैं जिनसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह लगातार संपर्क में हैं.

भारतीय किसान यूनियन पहले उठा चुका है सवाल

आपको बता दें कि ईटीवी भारत से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन के मध्य प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव का कहा था, खरीफ की फसल के लिए खाद और बीज की व्यवस्था के साथ-साथ कीटनाशक की व्यवस्था करनी चाहिए. संभावना है कि, बड़े पैमाने पर नकली और अमानक खाद-बीज और कीटनाशक की बिक्री होगी. क्योंकि लॉकडाउन के कारण उत्पादन आवश्यकतानुसार नहीं हुआ है. अगर जरूरत की चीजें अमानक और नकली किसानों के पास पहुंचेगी तो उनकी पैदावार को नुकसान होगा. लॉकडाउन के कारण खाद और कीटनाशक का पर्याप्त उत्पादन नहीं हुआ है. असली खाद- बीज और कीटनाशक की बड़े पैमाने पर कमी रहने की आशंका है. इसलिए नकली खाद, नकली बीज और पेस्टिसाइड मार्केट में धड़ल्ले से बिकेगा.

Last Updated : Jun 18, 2020, 8:48 PM IST

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