शाजापुर। मध्यप्रदेश के शाजापुर से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है. जिसमें महाराष्ट्र से उत्तरप्रदेश जा रहे मजदूर की मौत होने पर उसका शव चार घंटे से ज्यादा समय तक सड़क किनारे पड़ा रहा लेकिन कोरोना के डर से कोई उसके शव को हाथ लगाने को तैयार नहीं हुआ. वहीं मजदूर की पत्नी अपने नन्हे बच्चे को हाथ में लिए बिलखती रही.
मानवता की एक और शर्मनाक तस्वीर: 4 घंटे सड़क पर पड़ा रहा शव, आखिरकार एक युवक ने दिखाई इंसानियत - शाजापुर में मजदूर की मौत
मध्यप्रदेश के शाजापुर से एक शर्मनाक करने वाली तस्वीर सामने आई है. जिसमें महाराष्ट्र से उत्तरप्रदेश जा रहे मजदूर की मौत होने पर उसका शव चार घंटे से ज्यादा समय तक सड़क किनारे पड़ा रहा लेकिन कोरोना के डर से कोई उसके शव को हाथ लगाने को तैयार नहीं हुआ.
इस नजारे को कई लोग देखते रहें, लेकिन कोई आगे नहीं आया, ये सब देखकर एक स्थानीय मुस्लिम युवक ने हिम्मत दिखाई और गांव के चौकीदार के साथ शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर जिला अस्पताल शाजापुर में लाया गया. जहां मृतक युवक का पोस्टमार्टम किया जाएगा. मृतक युवक राम सिंह उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के एक गांव का रहने वाला है और मुम्बई महाराष्ट्र से लिफ्ट लेकर उत्तरप्रदेश जा रहा था. मृतक के साथ उसकी पत्नी बच्ची और एक भतीजा है.
बता दें कि गाड़ी में युवक की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद युवक को बीच रास्ते में उतार दिया गया. लिहाजा इस पूरे मामले में प्रशासन की भी बड़ी लापरवाही सामने आई है. मजदूर की मौत के चार घंटे बाद तक भी यह निर्णय नहीं लिया जा सका कि मजदूर के शव का पीएम कराना है या नहीं. पहले कोई शव को हाथ लगाने को तैयार नहीं था. जब एक मुस्लिम युवक ने हिम्मत दिखाई और शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान स्थल तक ले गया, उसके बाद पुलिस प्रशासन ने पीएम की बात कही और शव को अस्पताल पहुंचाया.