शाजापुर । आजादी के 70 साल बाद भी शाजापुर के रिचोदा गांव में गरीबों तक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पायी है. शिक्षा स्वास्थ्य पानी और आवास योजना का लाभ गरीबों की बजाय अमीरों को मिल रहा है.
आजादी के बाद भी विकास के लिए तरस रहे हैं यहां के गरीब, कलेक्टर से लगाई गुहार - आजादी के बाद भी विकास के लिए तरस रहे हैं यहां के गरीब
शाजापुर का एक गांव जो आजादी के बाद भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है. गांव की महिलाओं कलेक्टर के पास पहुंचकर अपने गांव की समस्यों को लेकर मदद की गुहार लगाई है.
महिलाओं ने बताया कि गांव में शिक्षा के लिए स्कूल नहीं है .पीने के लिए पानी नहीं है,शौचालयों का निर्माण भी नहीं कराया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ गरीबों की बजाय अमीरों को दिया जा रहा हैं.इतना ही नहीं गरीबों को बीपीएल कार्ड तक की सुविधा नही मिली हैं.
महिलाओं का आरोप है कि अगर वो सरपंच से किसी शासकीय योजना के लाभ की बात की करते हैं तो रिश्वत मांगता है. इसी के चलते आज गांव की सभी महिलाओं ने इकट्ठा होकर गांव की समस्यों को कलेक्टर के समक्ष रखा.