Vindhya Madhya Pradesh Election Result 2023 LIVE: विंध्य के VVIP उम्मीदवारों का धमाकेदार प्रदर्शन, इन नेताओं ने दर्ज की जीत - विंध्य में कितनी सीट
Vindhya Region Madhya Pradesh Vidhan Sabha Chunav Assembly Elections Result 2023 News Updates: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा की जीत ने उसके अपने ही रिकार्ड को तोड़ दिए हैं. विंध्य में भाजपा को जोरदार जीत मिली है.
MP Vindhya Region Result LIVE:अनूपपुर। जिले के पुष्पराजगढ़ प्रत्याशी फुन्देलाल सिंह 3884 मत से जीते टोटल - 67105 मत मिले वही भाजपा प्रत्याशी हीरा सिंह श्याम को 63221मत मिले. इसके अलावा सिंगरौली से आम आदमी पार्टी से लड़ रही रानी अग्रवाल हार गई हैं.
धीरे चल रहा मतगणना का कार्य
वीवीआईपी नेताओं का धमाकेदार प्रदर्शन:विंध्य के कई वीवीआईपी नेताओं ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए भाजपा को जीत दिलाई है. इन नेताओं में मुख्य रूप से रीवा से राजेंद्र शुक्ला, अनूपपुर से बिसाहूलाल साहू शामिल हैं.
रीवा- मऊगंज जिला
1_ रीवा- बीजेपी राजेंद्र शुक्ला 15 राउंड 17669 वोट से आगे
2_ मनगवा - बीजेपी नरेंद्र 11 राउंड प्रजापति 18325 वोट से आगे
3_ सिरमौर बीजेपी दिव्यराज सिंह राउंड 8 3160 वोट से आगे
4_ सेमरिया - कांग्रेस अभय मिश्रा राउंड 9 2811 वोट से आगे
5_ त्योंथर - बीजेपी सिद्धार्थ तिवारी राज 12vl राउन्ड 833 वोट से आगे
6_ गुढ - बीजेपी नागेंद्र सिंह 8 राउंड 3829 वोट से आगे
7_ मऊगंज - बीजेपी प्रदीप 16 राउंड पटेल 9688 से आगे
8_ देवतलाब - बीजेपी गिरीश 10 राउंड गौतम 12344 वोट से आगे
शहडोल अपडेट
विंध्य का सिकंदर कौन
जयसिंहनगर (आठ राउंड)
भाजपा 10921 वोट से आगे
मनीषा सिंह_37949 (भाजपा)
नरेंद्र सिंह मरावी_27020 (कांग्रेस)
ब्यौहारी (पांच राउंड)
भाजपा 9964 वोट से आगे
शरद कोल_37094 (भाजपा)
रामलखन सिंह_27130(कांग्रेस)
जैतपुर (सात राउंड)
भाजपा 4225 वोट से आगे
जयसिंह मरावी_29454 (भाजपा)
उमा धुर्वे_25376 (कांग्रेस)
सतना विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा गणेश सिंह 9100
कांग्रेस सिद्धार्थ कुशवाहा 8096
बसपा रत्नाकर चतुर्वेदी (शिवा) 7249
कुल 1004 वोट से भाजपा आगे
रामपुर बघेलान विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा विक्रम सिंह 12549
कांग्रेस रामशंकर पयासी 10297
बसपा मणिराज सिंह 7382
कुल 2252 वोट से भाजपा आगे
चित्रकूट विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा सुरेंद्र सिंह गहरवार 9025
कांग्रेस नीलांशु चतुर्वेदी 11434
कुल 2409 वोट से कांग्रेस आगे
अमरपाटन विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा रामखेलावन पटेल 11388
कांग्रेस डॉ राजेद्र सिंह 14882
कुल 3494 वोट से कांग्रेस आगे
नागौद विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा नागेंद्र सिंह 8458
कांग्रेस डॉ रश्मि सिंह 6243
बसपा यादवेन्द्र सिंह 8582
कुल 124 वोट से बसपा आगे
मैहर विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा श्रीकांत चतुर्वेदी 14988
कांग्रेस धर्मेश घई 12059
कुल 2929 वोट से भाजपा आगे
रैगाव विधानसभा सीट तीसरा राउंड
भाजपा प्रतिमा बागरी 13734
कांग्रेस कल्पना वर्मा 6980
कुल 6754 वोट से भाजपा आगे
रीवा- मऊगंज जिला
1_ रीवा - बीजेपी राजेंद्र शुक्ला 9133 वोट से आगे
2_ मनगवा - बीजेपी नरेंद्र प्रजापति 8285 वोट से आगे
3_ सिरमौर - कांग्रेस रामगरीब आदिवासी 402 वोट से आगे
4_ सेमरिया - कांग्रेस अभय मिश्रा 1990 वोट से आगे
5_ त्योंथर - कांग्रेस रमाशंकर पटेल 2643 वोट से आगे
6_ गुढ - बीजेपी नागेंद्र सिंह 1499 वोट से आगे
7_ मऊगंज - बीजेपी प्रदीप पटेल 7 राउंड के बाद 5270 से आगे
8_ देवतलाब - बीजेपी गिरीश
सीधी जिले की मतगणना का दूसरा राउंड
सीधी जिले के दूसरे राउंड की मतगणना हुई पूर्ण.
सीधी विधानसभा क्षेत्र से रीति पाठक 1640 मत से आगे चल रहे हैं.
धौहनी विधानसभा से भाजपा के कुंवर सिंह टेकाम दूसरे राउंड में भी आगे चल रहे हैं. जहां अभी 2162 मत से आगे चल रहे है.
सतना विधानसभा सीट पहला राउंड
भाजपा- गणेश सिंह 2742
कांग्रेस- सिद्धार्थ कुशवाहा 2716
बसपा- रत्नाकर चतुर्वेदी (शिवा) 1720
कुल मत-7432
26 वोट से भाजपा आगे
सीधी जिला का सेकंड राउंड हुआ पूर्ण
चुरहट विधानसभा-
अजय सिंह राहुल 8822, शरदेंदु तिवारी 7673 , अनेन्द्र मिश्रा उर्फ राजन 1419,
जहा अजय सिंह राहुल 1149 वोट से आगे
धौहनी विधानसभा-
कुंवर सिंह टेकाम 9429, कमलेश सिंह 7273, लालदेव सिंह कुशराम 913, मूल निवासी हीरालाल डांडिया 344
भाजपा से कुंवर सिंह टेकाम 2156 मत से आगे
सिहावल विधानसभा-
विश्वामित्र पाठक 9669,कमलेश्वर इंद्रजीत कुमार 5861,संकलन कोल उर्फ रानी वर्मा, 784 मारकंडे प्रसाद 157,
सिहावल विधानसभा से भाजपा विश्वामित्र पाठक 3808 वोट से आगे
सीधी विधानसभा-
रीति पाठक 8986, ज्ञान सिंह 6148, केदारनाथ 1997, रामप्रताप यादव 382, आनंद मंगल 199
भाजपा की रीति पाठक 2838 वोटो से आगे
अमरपाटन विधानसभा सीट पहला राउंड
भाजपा- रामखेलावन पटेल 3710
कांग्रेस- डॉ राजेद्र सिंह 5586
बसपा- छंगेलाल कोल 1315
कुल मत- 10852
1876 वोट से कांग्रेस आगे
रामपुर बघेलान विधानसभा सीट पहला राउंड
भाजपा- विक्रम सिंह 4426
कांग्रेस- रामशंकर पयासी 2964
बसपा- मणिराज सिंह 2095
कुल मत- 9773
1462 वोट से भाजपा आगे
नागौद विधानसभा सीट पहला राउंड
भाजपा- नागेंद्र सिंह 3104
कांग्रेस- डॉ रश्मि सिंह 1967
बसपा- यादवेन्द्र सिंह 2787
कुल- मत 8188
317 वोट से भाजपा आगे
मैहर विधानसभा सीट पहला राउंड
भाजपा- श्रीकांत चतुर्वेदी 5194
कांग्रेस- धर्मेश घई 3621
विंध्य जनता पार्टी- नारायण त्रिपाठी 1502
कुल मत- 11444
1573 वोट से भाजपा आगे
चितरंगी विधानसभा द्वितीय चरण तक कुल मत
मानिक सिंह-3876
राधा सिंह-10780
रीवा- मऊगंज जिला
1. रीवा- बीजेपी से राजेंद्र शुक्ला दूसरे राउंड में 7379 वोट से आगे
2. मनगवां - बीजेपी से नरेंद्र प्रजापति दूसरे राउंड में 4306 वोट से आगे
3. सिरमौर - बीजेपी से दिव्यराज सिंह179 वोट से आगे
4. सेमरिया - बीजेपी से केपी त्रिपाठी 164 वोट से आगे
5. त्योंथर - कांग्रेस से रमाशंकर सिंह पटेल 307 वोट से आगे
6. गुढ - बीजेपी से नागेंद्र सिंह 640 वोट से आगे
7. मऊगंज - बीजेपी से प्रदीप पटेल चौथे राउंड में 1805 वोट से आगे
8. देवतलाब - बीजेपी से गिरीश गौतम 548 वोट से आगे
अनूपपुर की कोतमा विधानसभा का दूसरा राउन्ड
भाजपा - 4344
काग्रेस- 2797
1547 से भाजपा आगे
सतना जिले की सातों विधानसभा क्षेत्र में पहले राउंड के रुझान...
सतना विधानसभा भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह 140 वोट से आगे.
चित्रकूट विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह गहरवार 633 वोट से आगे.
रैगाँव विधानसभा से भाजपा की प्रतिमा बागरी करीब 2960 वोटों से आगे.
रामपुर बाघेलान विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी विक्रम सिंह करीब 1500 वोट से आगे.
अमरपाटन विधानसभा से कांग्रेस के राजेन्द्र सिंह करीब 1500 वोटों से आगे.
मैहर विधानसभा से भाजपा के श्रीकांत चतुर्वेदी 1632 से आगे.रीवा- गुढ़ से बीजेपी प्रत्यासी नागेन्द्र सिंह 640 वोटो से आगे
सतना विधानसभा क्षेत्र बीजेपी 90 वोट से आगे:
चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र बीजेपी 635 वोट से आगे
रैगांव विधानसभा पहला राउंड
भाजपा प्रतिमा बागरी 4246
कांग्रेस कल्पना वर्मा 1286
बसपा देवराज अहिरवार 714
कुल मत 6246 गणना
2960 वोट से भाजपा आगे
सीधी जिले के पहले राउंड की गणना हुई पूर्ण:
सीधी विधानसभा क्षेत्र से रीति पाठक 610 फोटो से आगे चल रही हैं.
धौहनी विधायक कुंवर सिंह टेकाम 1000 मत से आगे चल रहे हैं.
चुरहट विधानसभा क्षेत्र से अजय सिंह 900 वोट से आगे चल रहे हैं.
वहीं सिहावल विधानसभा क्षेत्र से विश्वामित्र पाठक 550 मत से आगे चल रहे हैं.
शहडोल के शुरुआती रूझान: शुरुआती रुझान में भाजपा ने 2 सीट में बनाई बढ़त, ब्यौहारी सीट से भाजपा के उम्मीदवार शरद कोल 1750 वोट से कांग्रेस से आगे, जैतपुर में कांग्रेस की उमा धुर्वे 800 वोट से भाजपा के जयसिंहनगर मरावी से आगे, जयसिंहनगर में भाजपा की मनीषा सिंह 400 वोट से कांग्रेस के नरेंद्र सिंह मरावी से आगे।
विंध्य का रण
बहुत धीरे चल रहा मतगणना का कार्य: अभी तक शुरू नहीं हो सकी पोस्टल बैलेट की गिनती, विधानसभावार अभी पोस्टल बैलेट को अलग कर रहे मतदानकर्मी, मतगणना कार्य में देरी होने से प्रत्याशियों के एजेंट में नाराजगी, निर्वाचन तैयारियों में लापरवाही से मतगणना में हो रही है देरी, शहडोल के पॉलिटेक्निक कॉलेज में होनी है गिनती
खुलेगा 12 लाख मतदाताओं के मतों का आज: सतना विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ कुशवाहा, रामपुर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस प्रत्याशी रामशंकर पयाशी, रामपुर विधानसभा क्षेत्र बीजेपी प्रत्याशी विक्रम सिंह मतगणना स्थल पहुंचे. अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल भी मतगणना स्थल पहुंचे. बता दें कि सतना जिले में सातों विधानसभा सीटो में करीब 12 लाख मतदाताओं के मतों का आज खुलेगा राज.
विंध्य का सिकंदर कौन: मध्य प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बनेगी, इसका फैसला आज हो जाएगा. बस कुछ ही देर से मतगणना शुरू हो जाएगी, और शुरूआती रुझान आने भी शुरू हो जाएंगे और फिर धीरे-धीरे ये भी तय हो जाएगा कि मध्य प्रदेश में इस बार किसकी सरकार. मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में भी आज सबकी नजर टिकी हुई है, क्योंकी इस क्षेत्र में कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है. मध्यप्रदेश के विन्ध्य सूबे से पिछली बार बीजेपी को भरपूर समर्थन मिला था इस बार क्या होगा, आखिर विंध्य का सिकंदर कौन बनेगा?
मतदान के बाद अब मतगणना की बारी है और 3 दिसंबर का वो दिन भी आ गया है, जब मतगणना होना है, ऐसे में हर किसी की नजर मध्य प्रदेश पर टिकी हुई है. इसी के साथ मध्य प्रदेश के विंध्य क्षेत्र पर भी सबकी नजर है कि आखिर इस बार विंध्य का सिकंदर कौन बनता है, इस क्षेत्र पर सबकी नजर इसलिए भी है क्योंकि कई दिग्गज नेताओं के लिए वर्चस्व की लड़ाई है. कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई है, क्योंकि इस बार के चुनाव परिणाम के साथ ही कई दिग्गज नेताओं के करियर का भी फैसला होना है.
विंध्य में कितनी सीट: विंध्य क्षेत्र में टोटल 30 विधानसभा सीट आती हैं, इस बार चुनाव से ठीक पहले ही दो नए जिले भी बनाए गए हैं, जिसमें मैहर और मऊगंज शामिल हैं. अब विंध्य में टोटल 9 जिले हो गए हैं, जिसमें रीवा, शहडोल, सतना, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, मैहर और मऊगंज शामिल हैं.
विंध्य के किस जिले में कितनी विधानसभा: विंध्य क्षेत्र में कुल 30 विधानसभा सीट हैं, जिसमें रीवा जिले में सबसे ज्यादा 8 विधानसभा सीट आती हैं, जिसमें रीवा, सिरमौर, सेमरिया, त्योंथर, मऊगंज, देवतालाब, मनगवां, और गुढ़ शामिल हैं. सतना में 7 विधानसभा सीट आती हैं जिसमें सतना, चित्रकूट, रेगांव, नागौद, मैहर, अमरपाटन, रामपुर बघेलान शामिल है. सीधी से 4 विधानसभा सीट आती हैं, जिसमें सीधी, चुरहट, सिहावल, और धौहनी शामिल हैं. शहडोल में तीन विधानसभा सीट हैं, ब्यौहारी, जयसिंहनगर और जैतपुर विधानसभा सीट हैं. अनूपपुर से तीन विधानसभा सीट हैं, जिसमें अनूपपुर, कोतमा, पुष्पराजगढ़ शामिल हैं. इसी के साथ सिंगरौली से टोटल 3 विधानसभा सीट हैं, जिसमें सिंगरौली, चितरंगी, देवसर शामिल हैं और उमरिया में दो विधानसभा सीट हैं, बांधवगढ़ और मानपुर.
विंध्य बना बीजेपी का गढ़: देखा जाए तो पिछले कुछ पंचवर्षीय से विंध्य क्षेत्र का सूबा भारतीय जनता पार्टी के लिए उपजाऊ जमीन बना हुआ है और यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने विंध्य को अपना गढ़ भी बना लिया है, इसलिए भी इस बार विंध्य क्षेत्र पर सब की नजर रहने वाली है. 2018 के विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी ने 30 विधानसभा सीट में से 24 सीट जीतने में कामयाबी हासिल की थी, जबकि महज 6 सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया था. पिछले 20 सालों में कांग्रेस ने विंध्य में अपना जनाधार खोया है और भारतीय जनता पार्टी ने इसे अपना गढ़ बनाया है, क्योंकि 2003 के विधानसभा चुनाव से ही भारतीय जनता पार्टी लगातार विंध्य क्षेत्र में लीड कर रही है और कांग्रेस यहां कमजोर होती गई है, इसलिए भी इस बार सब की नजर विंध्य क्षेत्र पर रहने वाली है.
विंध्य में वर्चस्व की लड़ाई, दांव पर साख: विंध्य क्षेत्र में इस बार वर्चस्व की लड़ाई भी है, कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई है क्योंकि इस बार के चुनाव में कई बड़े-बड़े दिग्गज चुनावी मैदान पर हैं. कई लोगों के राजनीतिक करियर भी दांव पर लगे हुए हैं, ऐसे में इस बार विंध्य पर सब की नजर है और 3 दिसंबर को बहुत कुछ फैसला होने वाला है.
विंध्य क्षेत्र के रीवा विधानसभा सीट से बड़ा ब्राह्मण चेहरा राजेंद्र शुक्ला पर सबकी नजर रहेगी, विंध्य क्षेत्र के सबसे कद्दावर नेता हैं. वे रीवा क्षेत्र से ही चार बार से विधायक हैं और हर बार मंत्री भी बनते हैं. इसी के साथ राजेंद्र शुक्ला अंचल के बड़े ब्राह्मण चेहरे हैं और इस बार उनकी साख भी दांव पर लगी है. हालांकि विंध्य क्षेत्र में सत्ता की भागीदारी को लेकर असंतोष को रोकने के लिए उन्हें चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले मंत्री जरूर बनाया गया था और इस बार उनके खिलाफ कांग्रेस ने अपने जिला अध्यक्ष ब्राह्मण चेहरा राजेंद्र शर्मा को ही चुनावी मैदान पर उतार दिया है वह पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं.
विंध्य क्षेत्र में इस बार चाचा भतीजे के बीच भी लड़ाई है और इसके रिजल्ट पर भी सबकी नजर रहेगी. रीवा के देवतालाब विधानसभा सीट में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम चुनावी मैदान पर हैं जो की विधानसभा अध्यक्ष भी हैं और गिरीश गौतम की साख दांव पर इसलिए भी लगी है, क्योंकि उनके सामने उनके सगे भतीजे और जिला पंचायत सदस्य कांग्रेस के प्रत्याशी हैं.
विंध्य क्षेत्र में इस बार दो सांसदों की साख भी दांव पर लगी हुई है, सतना विधानसभा सीट से गणेश सिंह जो कि पहले सांसद थे अब उन्हें इस बार विधानसभा के चुनावी मैदान पर उतरा गया है. इन पर सबकी नजर रहेगी क्योंकि इनके लिए भी अब यह वर्चस्व की लड़ाई बन चुकी है, तो दूसरी ओर विंध्य क्षेत्र के सीधी विधानसभा सीट से रीति पाठक जो कि पहले बीजेपी से सांसद थी, इस बार विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं. सीधी में रीति पाठक ने जमकर मेहनत भी की है, उनके लिए भी वर्चस्व की लड़ाई है, क्योंकि उनके सामने कांग्रेस की चुनौती तो है ही, साथ ही सीधी विधानसभा सीट के विधायक भाजपा के नेता केदारनाथ शुक्ला जो की सीधी से पिछले कई पंचवर्षीय से विधायक बन रहे हैं वह रीति पाठक को टिकट देने पर नाराज थे और काफी विरोध भी किया और इस बार निर्दलीय ही चुनावी मैदान पर हैं, इसलिए भी इस सीट पर सबकी नजर है और केदारनाथ शुक्ला और रीति पाठक जैसे दिग्गज नेताओं की साख भी दाव पर है.
मैहर विधानसभा सीट से नारायण त्रिपाठी की साख भी दांव पर है और वर्चस्व की लड़ाई भी है. नारायण त्रिपाठी इस बार अपनी खुद की पार्टी विंध्य जनता पार्टी से चुनावी मैदान पर हैं, विंध्य को प्रदेश बनाने के मुद्दे पर उन्होंने पार्टी का गठन भी कर दिया है और इस बार ना तो वह समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. ना बीजेपी की टिकट से ना कांग्रेस की टिकट से खुद अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी की टिकट से चुनावी मैदान पर है, इसलिए भी इन पर सबकी नजर है कि क्या नारायण त्रिपाठी जीत हासिल कर पाएंगे, क्योंकि इस चुनाव के रिजल्ट से इनके करियर का भी फैसला होगा. इसके अलावा विंध्य क्षेत्र में अजय सिंह राहुल जो की चुरहट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में इन्हें इसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा था, इसलिए भी कांग्रेस के इस दिग्गज नेता पर सबकी नजर रहने वाली है. इनके लिए भी अब साख का सवाल बन गया है और राजनीतिक करियर भी दांव पर लगा हुआ है.
कांग्रेस के बड़े ओबीसी चेहरा और विंध्य क्षेत्र में तेजी से उभरने वाले नेता कमलेश्वर पटेल जो की सिहावल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, इन पर भी नजर रहेगी क्योंकि कमलेश्वर पटेल की स्थिति इस बार कुछ खास नहीं बताई जा रही है. ये पूर्व मंत्री इंद्रजीत कुमार पटेल के बेटे भी हैं और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य भी हैं, उनके खिलाफ भाजपा ने अपने पूर्व विधायक विश्वामित्र पाठक को चुनावी मैदान पर उतारा है और यहां इसलिए भी सबकी नजर है क्योंकि इस सीट पर ब्राह्मण मतदाता सबसे ज्यादा हैं. इसके बाद पटेल मतदाता है, ऐसे में सीट पर कौन जीत हासिल करेगा. एक तरह से वर्चस्व की लड़ाई बन गया है, कमलेश्वर पटेल कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य भी हैं.
इस बार के चुनाव में कई नेताओं का करियर भी दांव पर लगा हुआ है, त्योंथर विधानसभा सीट से श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी जो की श्रीनिवास तिवारी कांग्रेस के कट्टर नेता माने जाते रहे हैं. व्हाइट टाइगर के नाम से इन्हें क्षेत्र में जाना जाता रहा है, विंध्य क्षेत्र में उनकी तूती बोलती थी, इस बार के चुनाव में उनके पोते सिद्धार्थ तिवारी ने चुनाव से और ऐंन वक्त पहले भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है और त्योंथर विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. कुल मिलाकर इनका करियर भी दांव पर लगा है और जीत हार पर उनके करियर का बहुत कुछ फैसला भी होने वाला है, यह सुंदर लाल तिवारी के बेटे हैं.
इस बार विंध्य क्षेत्र में दो आदिवासी मंत्रियों की भी साख दांव पर लगी हुई है, उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा सीट से मीना सिंह जो कि भारतीय जनता पार्टी की बड़ी आदिवासी नेता हैं. मीना सिंह चुनाव से पहले काफी सुर्खियों में भी रही है, इनका काफी विरोध भी रहा है, फिर भी भारतीय जनता पार्टी ने इन पर भरोसा दिखाया है और इस बार चुनावी मैदान पर फिर से उन्हें टिकट देकर उतार दिया था, इनके रिजल्ट पर भी नजर रहेगी. तो वहीं अनूपपुर विधानसभा सीट पर बिसाहू लाल जो कि बड़े आदिवासी चेहरा हैं, आदिवासियों के बड़े नेता माने जाते हैं उम्र दराज भी हैं फिर भी भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें अनूपपुर विधानसभा से चुनाव लड़ाया है और यह मंत्री भी रहे हैं. ऐसे में इन पर भी सब की नजर रहने वाली है, क्योंकि इन दोनों आदिवासी मंत्रियों की भी साख दांव पर लगी हुई है.
उम्रदराज नेताओं की साख भी दांव पर:विंध्य का चुनाव इस बार इसलिए भी बहुत अहम है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने इस क्षेत्र पर काफी मेहनत किया है और फूक-फूक कर कदम भी रखा है. हर सीट पर काफी रिसर्च किया है, तब जाकर टिकट भी दिया है और कोई रिस्क भी नहीं लिया है. इस बार विंध्य क्षेत्र में एक और दिलचस्प बात है जिस पर सबकी नजर है कि भारतीय जनता पार्टी वैसे तो 75 वर्ष से अधिक उम्र वालों को चुनावी मैदान में उतारने से परहेज करती रही है, लेकिन इस बार विंध्य के नागौद विधानसभा क्षेत्र से जहां 83 साल के नागेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया है तो वहीं गुढ़ विधानसभा सीट से भी 81 साल के नागेंद्र सिंह को प्रत्याशी बना दिया है, इन दोनों उम्रदराज नेताओं की साख भी दांव पर लगी है और उनके रिजल्ट पर भी सबकी नजर है.