शहडोल। जिले के एनएच-43 शहडोल से बुढ़ार मार्ग में पिछले कुछ समय से कई सड़क दुर्घटनाएं हो रही थी. जिसके मद्देनजर जिन जगहों पर बार-बार सड़क दुर्घटना हो रही थी. उन स्थानों को चिन्हित किया गया था और उन चिन्हित जगहों पर एक साथ आला अधिकारी वजह की तलाश में पहुंचे. आने वाले समय में उन खतरनाक जगहों पर सड़क दुर्घटना रोकने के लिए कई अहम निर्देश भी जारी किए हैं.
चिन्हित जगहों का किया निरीक्षण
एनएच-43 शहडोल से बुढ़ार मार्ग में कई ऐसे जगह चिन्हित किए गए हैं, जहां पिछले एक साल के दौरान कई सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. कई लोगों ने इस सड़क दुर्घटना में अपनी जान भी गंवाई है, जिसके मद्देनजर शुक्रवार को डीआईजी, कलेक्टर, एसपी समेत कई आला अधिकारी एक साथ निरीक्षण करने पहुंचे और उन वजहों को जानने की कोशिश की जिसके चलते इन स्थानों पर अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं.
इन जगहों पर किया निरीक्षण
नेशनल हाइवे-43 में शहडोल से बुढ़ार मार्ग पर निरीक्षण के दौरान बुढार रोड में सरफा मोड़ से लालपुर हवाई अड्डा तक टोटल 6 सड़क दुर्घटना स्थल चिन्हित किए गए थे, जहां पिछले साल इस नेशनल हाईवे में अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. चिन्हित स्थानों में सरफा मोड़ तिराहा, अशोक लीलैंड शोरूम के सामने, मजार के सामने, लालपुर हवाई अड्डा के पास सेमरा तिराहा का डीआईजी, कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने निरीक्षण किया.
सुधार के लिए दिए कई अहम निर्देश
निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि सरफा मोड़ से लालपुर हवाई अड्डा तक चिन्हित स्थानों में स्पष्ट अक्षरों में साइन बोर्ड लगाया जाए. जिसमें स्पष्ट अक्षरों में जानकारी अंकित की जाए, जिसमें मुख्यतः दुर्घटना बाहुल्य स्थान, गति नियंत्रण, अब तक हुए मौतों का आंकड़ा भी प्रदर्शित किया जाए. साथ ही कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि सड़क के दोनों ओर पेड़ों पर रेडियम पट्टी लगाई जाए, साथ ही मुख्य दुर्घटना स्थानों पर रंबल स्ट्रीप, स्टापर आदि लगवाना सुनिश्चित किया जाए. कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि 7 दिवस के अंदर कार्य पूर्ण होना चाहिए. इतना ही नहीं निर्देश ये भी दिए गए हैं कि चिन्हित स्थानों पर दोनों ओर 6-6 साइन बोर्ड और 4 फीट लंबाई और 3 फीट चौड़ाई के साइन बोर्ड, जिसमें सभी सावधानियों के साथ ये अंकित हो कि आपका परिवार-आपका इंतजार कर रहा है.