शहडोल। मध्यप्रदेश सरकार से शिक्षक वर्ग काफी नाराज चल रहा है. राज्य सरकार ने अभी हाल में ही प्रदेश में कुछ शिक्षकों को 20 साल सेवा या 50 साल उम्र के फॉर्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है. सरकार के इस फैसले का अब पूरे प्रदेश में शिक्षक वर्ग विरोध कर रहा है. मध्यप्रदेश शिक्षक संघ ने 20-50 फॉर्मूले का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
शहडोल में मध्यप्रदेश शिक्षक संघ ने 20-50 फॉर्मूले का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
अभी हाल ही में प्रदेश के 16 शिक्षकों को 20-50 फॉर्मूले के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई, जिसका विरोध शिक्षक वर्ग पुरजोर तरीके से कर रहा है. मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष ने बताया की मध्यप्रदेश शासन ने जो आदेश जारी किये हैं. जिसके तहत 20 साल की सेवा या 50 साल की उम्र होने पर अनिवार्य सेवानिवृति की, वो पूरी तरह से गलत है. उस आदेश को शासन को वापस लेना होगा इसके लिए पूरा शिक्षक वर्ग लामबंद है. जिसमें मध्यप्रदेश शिक्षक संघ, शिक्षक कांग्रेस व अध्यापक भी साथ हैं.
शिक्षकों की मांग है कि सरकार इस नियम को वापस ले और साथ ही जिन 16 शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है उन्हें फिर से सेवा में वापस लिया जाए. शिक्षकों ने चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आज तो महज ज्ञापन दिया जा रहा है, आगे आंदोलन भी किया जाएगा.