शहडोल। बदलते वक्त के साथ अब लोगों के काम करने का तरीका भी बदल रहा है. देश अभी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है. जिसमें पुलिस की भी अहम भूमिका है. इतना ही नहीं इस जंग में महिला पुलिस भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है. कुछ ऐसा ही काम कर रही हैं केशवाही पुलिस चौकी प्रभारी वैष्णवी पांडे. जिन्होंने अपने काम को आसान बनाने के लिए सोशल मीडिया का ऐसा इस्तेमाल किया, जिससे अब वो सुर्खियों में आ गई हैं.
सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल कर रही एसआई उनकी इस पहल से न केवल पुलिस चौकी क्षेत्र के सभी गांवों पर नजर रखी जा रही है, बल्कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में अफवाहों से भी पुलिस और ग्रामीण दोनों बच रहे हैं. शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 85 किलोमीटर दूर केशवाही पुलिस चौकी है, जो शहडोल और अनूपुपुर की सीमा को जोड़ता है. इस पुलिस चौकी में वैष्णवी पांडे अकेली महिला कर्मचारी हैं. जो इस चौकी की प्रभारी भी हैं.
उन्होंने कोरोना के खिलाफ फाइट में अपनी सूझबूझ से सोशल मीडिया का ऐसा इस्तेमाल किया. जिसका फायदा पुलिसवालों को मिल रहा है, बल्कि गांव वाले भी अफवाहों से बच रहे हैं. पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों पर पैनी नजर रखने में सफलता भी मिल रही है. दूसरे जिले से होकर आने वाले मजदूरों पर नजर रखना, अफवाहों से खुद बचना और लोगों को भी बचाना, जिसके लिए उन्होंने नया तरीका अपनाया है. सोशल मीडिया के जमाने में उसका इस्तेमाल भी शानदार तरीके से किया है.
वैष्णवी ने पुलिस चौकी के करीब 32 गांवों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया है. इस ग्रुप में सभी गांवों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को जोड़ रखा है. उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान झूठी अफवाहों से पुलिस परेशान हो रही थी. गांव वाले भी डरे रहते थे, जिसके बाद उन्होंने सभी गांवों को जोड़ने का फैसला किया और केशवाही कोरोना फाइटर्स के नाम से ग्रुप बनाया. अब ये ग्रुप उनके बहुत काम आ रहा है. इस ग्रुप के माध्यम से ही उन्हें कोरोना के खिलाफ फाइट में बहुत मदद मिल रही है, जिसकी तारीफ अब हर ओर हो रही है.