मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

इसे कहते हैं ईमानदारी! बुजुर्ग ने आखिर ऐसा क्या कर दिया जो बैंक वाले फूल माला से करने लगे सम्मान

आज के दौर में थोड़े से पैसों के लिए भी लोग खून के रिश्तों को तक भूल जाते हैं और एक दूसरे की जान लेने से भी पीछे नहीं हटते. लेकिन इस दौर में आज भी कई नेकदिल इंसान जिंदा है. शहडोल के रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति मुमताज खान के कर्मों से ही इसकी ईमानदारी झलकती है. उन्होंने एटीएम से 500 रुपए ज्यादा निकल जाने पर वह राशि बैंक को वापस लौटा दी.

shahdol old man set example of honesty
इसे कहते हैं ईमानदारी

By

Published : May 3, 2023, 7:00 AM IST

शहडोल। कभी-कभी कुछ ऐसी बातें सामने हो जाती हैं जिसके बाद उस व्यक्ति को लेकर अपने आप सम्मान प्रकट होने लगता है, मन प्रफुल्लित हो जाता है, मन सोचने को मजबूर हो जाता है कि आज के समय में भी ऐसे लोग मौजूद हैं, जिनकी ईमानदारी की मिसालें दी जाएं. एक ऐसा ही मामला शहडोल जिला मुख्यालय में हुआ, जब एक बुजुर्ग एसबीआई बैंक पहुंच गए और उन्होंने शाखा प्रबंधक के पास जाकर ऐसा कुछ कहा जिसके बाद एसबीआई बैंक के शाखा प्रबंधक ने उनका फूल माला से सम्मान किया और उनकी जमकर तारीफ की. पूरा मामला जानने के बाद आप भी इनकी तारीफ करे बगैर नहीं रह पाएंगे.

इसे कहते हैं ईमानदारी

एटीएम से 500 रुपए ज्यादा निकले:मामला शहडोल जिले के जिला मुख्यालय का है. जहां जिला मुख्यालय के ही एक बुजुर्ग व्यक्ति जिनका नाम मुमताज खान है. बाणगंगा रोड पर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से पैसे निकालने पहुंचे थे, जहां उन्होंने एसबीआई एटीएम कार्ड से ₹9000 का ट्रांजैक्शन किया. एटीएम मशीन में प्रक्रिया पूरी होने के बाद मशीन से 500 के नोट निकले, जब मुमताज खान ने रुपए गिने तो टोटल 18 नोट की जगह 19 नोट निकले. मतलब ₹9000 की जगह 9,500 रुपए थे. इस हिसाब से ₹500 का एक नोट एटीएम मशीन से ज्यादा निकल गया था, उनके बैंक अकाउंट से भी ₹9000 के कटने का मैसेज आ गया.

बैंक को लौटाए पैसे: एक बार तो उन्हें लगा कि शायद नोट गिनने में उनसे गलती हुई इसलिए उन्होंने चार-पांच बार नोटों को गिना, तब भी 9000 की जगह साढ़े 9 हजार रुपए ही निकले. तब उन्हें एहसास हुआ कि एटीएम मशीन में कोई तकनीकी खराबी है, जिसके चलते ₹500 का एक नोट ज्यादा आ गया है. अब क्या था 500 का एक नोट ज्यादा आ जाने की वजह से मुमताज खान का मन परेशान हो गया, वह बेचैन होने लगे और फिर उन्होंने बिना कुछ सोचे समझे सभी पैसों को लेकर भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पहुंच गए. जहां उन्होंने सीधे शाखा प्रबंधक से संपर्क किया और सारी बात बताई. उन्होंने कहा कि सर यह ₹500 बैंक की अमानत है जो एटीएम मशीन की तकनीकी खराबी की वजह से मेरे ट्रांजैक्शन के साथ मुझे मिल गई है. मुमताज खान की बात सुनने के बाद शाखा प्रबंधक ने उनका अकाउंट चेक कराया, जिसमें ₹9000 ही एटीएम के जरिए निकाला जाना अंकित पाया गया था. जिसके बाद मुमताज खान ने ₹500 शाखा प्रबंधक को लौटा दिए और यह कहा कि यह पैसा मेरा नहीं है बल्कि आपके बैंक की अमानत है.

Also Read:इन खबरों को पढ़ने के लिए क्लिक करें

प्रबंधक ने किया सम्मान:आज के समय में एक बुजुर्ग व्यक्ति की इस तरह की ईमानदार छवि को देखकर शाखा प्रबंधक भी खुद को रोक नहीं सके और भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में लोग पैसों के लिए छल कपट करने से गुरेज नहीं करते, ऐसे समय में आपने ईमानदारी की जो मिसाल पेश की है वह काबिले तारीफ है. इसके बाद शाखा प्रबंधक ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की उपस्थिति में मुमताज खान का फूल माला से सम्मान किया और उन्हें मिठाई भी खिलाई, साथ ही यह भी कहा कि आप जैसे नेक ईमानदार व्यक्तियों के चलते ही आज भी इमानदारी जिंदा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details