शहडोल।जिले के बुढार थाना अंतर्गत एक मारपीट का मामला सामने आया है, जिसमें एक आदिवासी युवक के साथ मारपीट की गई है. इस मारपीट में उसका पैर भी टूट गया है, जिसके बाद उस टूटे पैर के साथ ही आदिवासी समाज के लोग आज एसपी कार्यालय पहुंच गए और न्याय की गुहार लगाने लगे. बताया जा रहा है कि गांव में सड़क निर्माण की गुणवत्ता में हो रही अनदेखी को लेकर रामकुमार बैगा ने आपत्ति दर्ज कराई थी जो कि अनु मिश्रा और नीरज मिश्रा को यह बात नागवार गुजरी. दोनों ने मिलकर दूसरे दिन खेत से काम कर घर वापस लौट रहे राम कुमार बैगा की बैट से बेरहमी से पिटाई की, जिससे रामकुमार बैगा का पैर फैक्चर हो गया, जिसके बाद वो न्याय की गुहार लगाने के लिए आदिवासी समाज के लोगों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचा.
रामकुमार बैगा ने लगाए ये आरोपःपीड़ित रामकुमार बैगा ने कहा, ''28 जून को अनु मिश्रा और नीरज मिश्रा ने मेरा पैर तोड़ दिया. उसके बाद जब वो डायल 100 नंबर को बुलाया तो डायल 100 उसे बुढार ले गया. बुढार में इलाज करवाया.'' रामकुमार बैगा ने आगे कहा कि, ''मेरे बाएं पैर में दवाई कराने के बाद मुझे सरई कापा गांव में छोड़ दिया गया. मैं जब बोला कि सर मुझे हॉस्पिटल लेकर भर्ती करवा दो तो मुझे भर्ती नहीं कराया गया, बल्कि मुझे घर ले जाकर छोड़ दिया गया और घर मैं घिसटते हुए गया. साथ में कहा,'' 28 जून को थाने में जो रिपोर्ट किया था वो कागज ही दबा दिया गया. कोई सुनवाई नहीं की गई दोनों के नाम में मैंने रिपोर्ट लिखाया था.