शहडोल। जब सरकारी कर्मचारी ही अपने दायित्वों का पालन नहीं करेंगे तो फिर जनता से इसकी उम्मीद कैसे की जा सकती है. ऐसी ही लापरवाही का नजारा शहडोल में देखने को मिला, जहां बीजेपी विधायक द्वारा निगम अधिकारियों की पिटाई, सतना और दमोह के विरोध में नगर पालिका के कर्मचारियों और अधिकारियों ने कलमबंद विरोध जताया. खास बात ये है कि सभी कर्मचारी और अधिकारी धरने पर परिसर से बाहर बैठे थे, लेकिन उनके ऑफिस के पंखे और एसी चालू थे.
ऑफिस के अंदर चलते रहे एसी-कूलर-पंखे, बाहर निगमकर्मी करते रहे कलमबंद हड़ताल - ऑफिस के पंखे-ऐसी चालू
इंदौर, सतना और दमोह की घटना के विरोध में शहडोल के नगर निगम कर्मचारी और अधिकारियों ने एक दिन का कलमबंद हड़ताल किया, जबकि उनके ऑफिस के पंखे-एसी चालू रहे.
शहडोल में नगर पालिका कर्मचारी एक दिन के कलम बंद हड़ताल पर हैं. नपा के अधिकारी और कर्मचारी परिसर के नीचे बैठे थे. दूसरी ओर ऑफिस परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. कोई भी कर्मचारी अपनी सीट पर नजर नहीं आया, जबकि ऑफिस के एसी-पंखे चलचे रहे. ऑफिस में कुर्सियां तो खाली मिलीं, लेकिन हवा लेने वाला कोई नहीं था.
एक दिवसीय कलम बंद हड़ताल निगमकर्मियों ने हाल ही में प्रदेश में हुई कुछ घटनाओं के विरोध में किया. कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजेश पांडेय के मुताबिक जिस तरह से नगर पालिका, नगर निगम और नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारियों पर हमले हुए हैं. उसके विरोध में कर्मचारियों ने कुछ मांगों के साथ धरना-प्रदर्शन किया. राजेश पांडेय का कहना है कि उनकी मांग है कि सुरक्षा के साथ दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.